hindi sample paper class 10

CBSE Class 10 Hindi Sample Paper 2025-26? बोर्ड परीक्षा कक्षा 10 हिंदी अ सैम्पल पेपर का सम्पूर्ण उत्तर सहित बहुत ही सरल भाषा में 

 

CBSE Board 2025-26

Sample Paper Class-10 Hindi-A

हिन्दी (पाठ्यक्रम) कोड (002)

प्रतिदर्श प्रश्नपत्र

कक्षादसवीं (2025-26)

निर्धारित समय: 3 घंटे                     अघिकतम  अंक: 80

सामान्य निर्देश:

निम्नलिखित निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका सख्ती से अनुपालन कीजिए:

(i) इस प्रश्नपत्र में कुल चार खंड हैं क, ख, ग, घ।

(ii) इस प्रश्नपत्र में कुल 15 प्रश्न हैं। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।

(iii) प्रश्नपत्र में आतंरिक विकल्प दिए गए हैं।

(iv) प्रश्नों के उत्तर दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए लिखिए।

खंड  (अपठित बोध)     अंक 14

प्रश्न-1.निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :

भारतीय संस्कृति, जीवनशैली और खान-पान में मोटे अनाजों (मिलेट्स) का विशेष स्थान रहा है। ये विशिष्ट अनाज हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होने के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी अच्छे होते हैं क्योंकि कम पानी और संसाधन के बीच ये विकसित हो जाते हैं। यह हमारे लिए गौरव की बात है कि भारत सरकार के सुझाव पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में घोषित किया। जिसका उद्देश्य मोटे अनाजों को लेकर जागरूकता फैलाना और इनके उत्पादन व सेवन को बढ़ावा देना है।

आमजन के बीच मोटे अनाजों का सेवन पिछली कई शताब्दियों से प्रचलित है, परन्तु इसके पोषकीय और औषधीय गुणों की जानकारी हाल ही में हुए जैव रासायनिक अनुसंधानों और चिकित्सा संबंधी अध्ययनों से सामने आई है। आधुनिक जीवनशैली से उत्पन्न होने वाले रोगों के संदर्भ में मोटे अनाजों के अनेक स्वास्थ्य लाभों को दुनिया ने जाना-पहचाना और सराहा है। मोटे अनाजों में गेहूँ और धान की अपेक्षा प्रोटीन और संतुलित अमीनो अम्ल अधिक पाया जाता है। इस तरह से ये मोटे अनाज बाकी अनाजों से पोषण के मामले में श्रेष्ठ होते हैं। इसके अलावा, मोटे अनाज आहार संबंधी रेशों, गुणवत्तापूर्ण वसा और महत्त्वपूर्ण खनिज जैसे कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक तथा बी-कॉम्प्लेक्स विटामिनों के समृद्ध स्रोत हैं। मोटे अनाजों में पोषण और स्वास्थ्य से जुड़े इतने फ़ायदों के बावजूद वर्तमान समय में मानव आबादी इनका सेवन नहीं करती या बहुत कम लोग इसे अपने खाने की थाली में जगह देते हैं। यह एक विडंबना है। मोटे अनाजों के सेवन में इस गिरावट से भारत में पोषण स्थिति में भारी कमी आई है। भारत में कुपोषण की समस्या खेदजनक है।

                                                                                                                                                                                      स्रोतविज्ञान प्रगति (मासिक पत्रिका)

(क) उपर्युक्त गद्यांश किस विषयवस्तु पर आधारित है? 1 अंक

     (i) कुपोषण की समस्या पर

    (ii) मोटे अनाज के महत्त्व पर

    (iii) संतुलित आहार के महत्त्व पर

    (iv) स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर

उत्तर-(ii) मोटे अनाज के महत्त्व पर

() निम्नलिखित कथन और कारण पर विचार करते हुए उपयुक्त विकल्प का चयन कर लिखिए : 1 अंक

कथन: मोटे अनाज बाकी अनाजों से पोषण के मामले में श्रेष्ठ होते हैं।

कारण: मोटे अनाजों में अनेक पोषकीय और औषधीय खूबियाँ होती हैं।

विकल्प

    (i) कथन ग़लत है, किंतु कारण सही है।

    (ii) कथन और कारण दोनों ग़लत हैं।

   (iii) कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है।

   (iv) कथन सही है किंतु कारण कथन की सही व्याख्या नहीं है।

उत्तर-(iii) कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है।

() अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष का उद्देश्य है -1 अंक

उचित विकल्प का चयन करें –

(i) मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देना ।

(ii) मोटे अनाज के प्रति जागरूकता फैलाना ।

(iii) मोटे अनाज को मुख्य फ़सल घोषित करना ।

(iv) मोटे अनाज की प्रतिष्ठा को क्षति पहुँचाना ।

विकल्प

     (i) कथन (I) और (II) सही हैं।

    (ii) केवल कथन (III) सही है।

   (iii) कथन (I) और (IV) सही हैं।

    (iv) कथन (I), (II) और (IV) सही हैं।

उत्तर-(i) कथन (I) और (II) सही हैं।

() आज मोटे अनाज अपने किन कराणों के कारण लोकप्रिय हो रहे हैं ? 2 अंक

उत्तरआज मोटे अनाजों की लोकप्रियता के कारण

  • जैव-रासायनिक अनुसंधानों और चिकित्सा संबंधी अध्ययनों से मोटे अनाजों के अनेक पोषकीय और औषधीय गुणों से लोग परिचित हुए हैं।
  • ये हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं।
  • ये पर्यावरण के लिए भी अच्छे होते हैं।
  • अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष मनाने से इनके सेवन को बढ़ावा मिला ।

      (केवल दो बिंदु अपेक्षित)

(.) कुपोषण की समस्या के समाधान में मोटे अनाजों की क्या भूमिका हो सकती है ? 2 अंक

उत्तर-कुपोषण की समस्या के समाधान में मोटे अनाजों की निम्न भूमिका हो सकती है-

  • मोटे अनाज भोजन संबंधी रेशों, अच्छा फैट और उपयोगी मिनरल जैसे- कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक तथा बी-कॉम्प्लेक्स विटामिनों के अच्छे स्रोत हैं ।
  • मोटे अनाज दूसरे अनाजों से पोषण के मामले में श्रेष्ठ होते हैं।
  • मोटे अनाजों में पोषण और स्वास्थ्य से जुड़े अनेक फायदों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना चाहिए।
  • अनाजों के सेवन को बढ़ावा देना।

(केवल दो बिंदु अपेक्षित)

प्रश्न-2.निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए:

    गुलाब का फूल है

   हमारा पढ़ा-लिखा

  मैंने उसे काफी

  उलट-पुलट कर देखा है

  मुझे तो वह ऐसा ही दिखा

  सबसे बड़ा सबूत

  उसके गुलाब होने का यह है

  कि वह गाँव में जाकर

  कि वह गाँव में जाकर

  बसने के लिए

  तैयार नहीं है

 गाँव में उसकी

  प्रदर्शनी कौन कराएगा

  वहाँ वह अपनी शोभा की

  प्रशंसा किससे कराएगा

  वह फूलने के बाद

  किसी फसल में थोड़े ही

  बदल जाता है

  मूरख किसान को फूलने के बाद

  फसल देने वाला ही तो भाता है

  गाँव में इसलिए ठीक है

  अलसी और सरसों और

  तिली के फूल

  जा नहीं सकते वहाँ कदापि

  गुलाब और लिली के फूल

  बुरा नहीं मानना चाहिए

  इस गुलाब – वृत्ति का

  गाँव वालों को

  क्योंकि वहाँ रहना चाहिए सिर्फ ऐसे हाथ-पाँव वालों को

  जो बो सकते हैं

  और काट सकते हैं

  कुएँ खोद सकते हैं

  खाई पाट सकते हैं

  और फिर भी चुपचाप

  समाजवाद पर भाषण सुनकर

  वोट दे सकते हैं

  गुलाब के फूल को

– भवानी प्रसाद मिश्र

() प्रस्तुत कविता में किस भाव की प्रधानता है ? 1 अंक

    (i) हास्य

    (ii) प्राकृतिक सौंदर्य

   (iii) व्यंग्य

   (iv) आक्रोश

उत्तर-(iii) व्यंग्य

() गुलाबकिसका प्रतीक है ? 1 अंक

    (i) शहर के पढ़े-लिखे नौजवानों का ।

   (ii) शहर के वातावरण का ।

   (iii) शहर की ज़िंदगी का ।

   (iv) शहर की सुविधाओं का ।

उत्तर-(i) शहर के पढ़ेलिखे नौजवानों का

() निम्नलिखित कथन और कारण पर विचार करते हुए उपयुक्त विकल्प का चयन कर लिखिए: 1 अंक

कथन : बुरा नहीं मानना चाहिए, इस गुलाब-वृत्ति का ।

कारण : वह बचपन से शहर में ही पला-बड़ा है।

विकल्प :

    (i) कथन ग़लत है, किंतु कारण सही है।

    (ii) कथन और कारण दोनों ही ग़लत हैं।

    (iii) कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है।

    (iv) कथन सही है किंतु कारण कथन की सही व्याख्या नहीं है।

उत्तर-(iii) कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है।

() गुलाब गाँव में जाकर बसने के लिए क्यों तैयार नहीं है ? 2 अंक

उत्तर-उसके निम्न कारण हैं-

  • गाँव में शहर की तरह उसके अनुकूल वातावरण नहीं है।
  • वहाँ उसके प्रशंसक नहीं हैं।
  • वह उसकी उपयोगिता नहीं है।
() कविता के आधार पर लिखिए कि किसान को किस तरह के फूल भाते हैं और क्यों ? 2 अंक

उत्तरकिसान को फूलने के बाद फसल देने वाले फूल भाते हैं क्योंकि फसल ही उसकी जीविका का साधन है।

खंड–ख (व्यावहारिक व्याकरण)

3 .निर्देशानुसार रचना के आधार पर वाक्य भेदपर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए: 4x1=4

() नवाब साहब ने तौलिया झाड़ा और सामने बिछा लिया।                                             (सरल वाक्य में बदलिए)

उत्तर- नवाब साहब ने तौलिया झाड़कर सामने बिछा लिया।

(हालदार साहब को उधर से गुज़रते समय मूर्ति में कुछ अंतर दिखाई दिया।               (मिश्र वाक्य में बदलिए)

उत्तर- जब हालदार साहब उधर से गुज़रे तब उन्हें  मूर्ति में कुछ अंतर दिखाई दिया।

() मन्नू के एक इशारे पर लड़कियाँ कक्षा से बाहर निकलकर नारे लगाने लगीं।                (संयुक्त वाक्य में बदलिए)

उत्तर- मन्नू के एक इशारे पर लड़कियाँ कक्षा से बाहर निकलीं और नारे लगाने लगीं।

()कातिक आया नहीं कि बालगोबिन भगत की प्रभातियाँ शुरू हुईं।                         (रचना की दृष्टि से वाक्य का भेद लिखिए)

उत्तर-मिश्र वाक्य।

() सबसे बड़ी बात है कि काशी के पास उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ जैसा नायाब हीरा रहा है।  (रेखांकित उपवाक्य का भेद लिखिए)

उत्तर-संज्ञा आश्रित उपवाक्य।

4.निर्देशानुसार वाच्यपर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए : 4x1=4

(क) पतोहू ने भगत को दुनियादारी से निवृत्त कर दिया था।    (कर्मवाच्य में बदलिए)

उत्तरपतोहू द्वारा भगत को दुनियादारी से निवृत्त कर दिया था।

(ख) नवाब साहब द्वारा खीरे पर मसाला छिड़का गया।     (कर्तृवाच्य में बदलिए)

उत्तरनवाब साहब ने खीरे पर मसाला छिड़का।

(ग) आओ, पेड़ की छाया में बैठे।          (भाववाच्य में बदलिए)

उत्तरआओ, पेड़ की छाया में बैठा जाए।

(घ) मुझसे यह काम नहीं हो सकता।      (कर्तृवाच्य में बदलिए)

उत्तरमैं यह काम नहीं कर सकता

(ङ) उद्धव द्वारा ज्ञान का उपदेश दिया गया।   (वाच्य पहचानकर भेद बताइए)

उत्तरकर्मवाच्य।

5 .निर्देशानुसार पद परिचयपर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के रेखांकित पदों का पदपरिचय लिखिए: 4x1=4

() शीला अग्रवाल को कॉलेज वालों ने नोटिस थमा दिया।

उत्तर-शीला अग्रवाल- व्यक्तिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्म कारक ।

() खीरे की पनियाती फाँके बहुत स्वादिष्ट थीं।

उत्तर-पनियाती- गुणवाचक विशेषण, विशेष्य ‘फाँके’, बहुवचन।

() शुक्ल पक्ष में चाँद निरंतर बढ़ता है।

उत्तर-बढ़ता है- अकर्मक क्रिया, वर्तमान काल, एकवचन, पुल्लिंग, कर्तृवाच्य।

() उनकी अँगुलियाँ खँजड़ी पर लगातार चल रहीं थीं।

उत्तर-अँगुलियाँ- रीतिवाचक क्रिया विशेषण, ‘चल रहीं थीं क्रिया की विशेषता।

(.) शाबाश! तुमने कितना अच्छा कार्य किया।

उत्तर-शाबाश!-विस्मयादिबोधक अव्यय, प्रसन्नता सूचक।

6.निर्देशानुसार अलंकारपर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों की रेखांकित काव्य पंक्तियों में अलंकार पहचान कर लिखिए: 4x1=4

(क) प्रीतिनदी में पाउँ न बोरयौ ।

उत्तररूपक अलंकार

(ख) कोटि कुलिस सम बचनु तुम्हारा।

ब्यर्थ धरहु धनु बान कुठारा ।।

उत्तरउपमा अलंकार

(ग) आगे नदिया पड़ी अपार, घोड़ा कैसे उतरे पार।

राणा ने सोचा इस पार, तब तक चेतक था उस पार।।

उत्तरअतिशयोक्ति अलंकार

(घ) सिमटा हुआ संकोच है हवा की थिरकन का।

उत्तरमानवीकरण

(ङ) सुनत जोग लागत है ऐसौ, ज्यों करुई ककरी।

उत्तरउत्प्रेक्षा अलंकार।

खंड (पाठ्य पुस्तक एवं पूरक पाठ्य पुस्तक)  30 अंक

7.निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए :5x1=5

वही पुराना स्वर, वही पुरानी तल्लीनता। घर में पतोहू रो रही है जिसे गाँव की स्त्रियाँ चुप कराने की कोशिश कर रही हैं। किंतु, बालगोबिन भगत गाए जा रहे हैं हाँ, गाते-गाते कभी-कभी पतोहू के नज़दीक भी जाते और रोने के बदले उत्सव मनाने को कहते। आत्मा परमात्मा के पास चली गई, विरहिनी अपने प्रेमी से जा मिली, भला इससे बढ़कर आनंद की कौन बात ? मैं कभी-कभी सोचता, यह पागल तो नहीं हो गए, किंतु नहीं, वह जो कुछ कह रहे थे उसमें उनका विश्वास बोल रहा था वह चरम विश्वास, जो हमेशा ही मृत्यु पर विजयी होता आया है। बेटे के क्रिया-कर्म में तूल नहीं किया; पतोहू से ही आग दिलाई उसकी। किंतु ज्यों ही श्राद्ध की अवधि पूरी हो गई, पतोहू के भाई को बुलाकर उसके साथ कर दिया, यह आदेश देते हुए कि इसकी दूसरी शादी कर देना।

() बालगोबिन भगत जी द्वारा किया गया कौनसा कार्य सामाजिक परंपरा के विरुद्ध था?

    (I) पतोहू से बेटे की चिता को आग दिलाना ।

   (II) पतोहू को उसके भाई के साथ मायके भेजना

   (III) बेटे का श्राद्ध विधि-विधान से करना ।

   (IV) बेटे की मृत्यु का उत्सव मनाना

विकल्प

    (i) कथन (I) और (II) सही हैं।

    (ii) केवल कथन (III) सही है।

    (iii) कथन (I)  और (IV) सही हैं।

    (iv) कथन (II) और (III) सही हैं।

उत्तर-(iii) कथन (I)  और (IV) सही हैं।

() ‘विरहनी अपने प्रेमी से जा मिलीइस कथन में बालगोबिन भगत के अनुसार विरहनी कौन है ?

    (i) परमात्मा

    (ii) आत्मा

    (iii) काया

    (iv) मृत्यु

उत्तर-(ii) आत्मा

(ग) निम्नलिखित कथन और कारण पर विचार करते हुए उपयुक्त विकल्प का चयन कर लिखिए :

कथन: बालगोबिन भगत ने अपने पुत्र को मुखाग्नि देने का कार्य अपनी पुत्रवधु से करवाया ।

कारण : बालगोबिन भगत रूढ़िविरोधी और नारी सम्मान के पक्षधर थे।

विकल्प :

    (i) कथन ग़लत है, किंतु कारण सही है।

    (ii) कथन और कारण दोनों ही ग़लत हैं।

    (iii) कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है।

    (iv) कथन सही है किंतु कारण कथन की सही व्याख्या नहीं है।

उत्तर-(iii) कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है।

() लेखक को यह संदेह है कि बालगोबिन भगत कहीं पागल तो नहीं हो गए क्योंकि

    (i) वे पतोहू को उसके भाई के साथ मायके भेज रहे थे।

    (ii) वे रोने के बदले उत्सव मनाने को कह रहे थे।

    (iii) वे पुत्र की मृत्यु के बाद गाए जा रहे थे।

    (iv) वे पतोहू को चुप कराने की कोशिश कर रहे थे।

विकल्प –

(i) कथन (I) और (II) सही हैं।

(ii) केवल कथन (III) सही है।

(iii) कथन (I) और (IV) सही हैं।

(iv) कथन(ii) और(iii) सही हैं।

उत्तर-(iv) कथन(ii) और(iii) सही हैं।

() बेटे की मृत्यु के बाद बालगोबिन भगत अपनी बहू से क्या अपेक्षा रखते थे ?

    (i) वह उनकी आजीवन सेवा करे।

    (ii) वह विधवा का जीवन व्यतीत करे।

   (iii) वह कबीर के गीत गाया करे।

   (iv) वह पुनर्विवाह कर ले।

उत्तर-(iv) वह पुनर्विवाह कर ले।

8.निर्धारित गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए : 3x2=6

() नेताजी का चश्माकहानी के आधार पर हालदार साहब के व्यक्तित्व का परिचय लिखिए।

उत्तर-हालदार साहब का व्यक्तित्व देशभक्ति की भावना से भरा था।

  • वे शहीदों और देशभक्तों का सम्मान करते थे ।
  • देश भक्ति का मज़ाक उड़ाया जाना पसंद नहीं करते थे।
  • वे स्वभाव से भावुक थे ।

(किन्हीं दो बिंदुओं का उल्लेख अपेक्षित)

() लेखिका मन्नू भंडारी ने अपनी माँ की तुलना धरती से क्यों की है ? ‘एक कहानी यह भीपाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर-लेखिका मन्नू भंडारी ने अपनी माँ की तुलना धरती से इसलिए की है क्योंकि-

  • उनकी माँ में भी धरती की तरह बहुत धैर्य और सहनशक्ति थी।
  • उन्होंने भी धरती की तरह केवल देना ही सीखा था, किसी से कुछ पाने की इच्छा नहीं रखी थी ।
  • अपने शांत स्वभाव के कारण वे सहनशील थीं।
  • पिता की ज़्यादतियाँ और बच्चों की फरमाइशें मानती थीं।

(किन्हीं दो बिंदुओं का उल्लेख अपेक्षित)

() मेरे मालिक एक सुर बक्श दे। सुर में वह तासीर पैदा कर कि आँखों से सच्चे मोती की तरह अनगढ़ आँसू निकल आएँ। नौबतखाने में इबादतपाठ के आधार पर बिस्मिल्ला खाँ के इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-सुमधुर सुरीले सुरों को सुनकर व्यक्ति इतना भाव-विभोर हो जाता है कि उसकी आँखों से आँसू निकल आते हैं। ये आँसू सच्चे मोती की तरह होते हैं। इनके निकल आने पर सुर की परीक्षा हो जाती है। बिस्मिल्ला खाँ नमाज़ के बाद सज़दे में खुदा से ऐसे ही सुर की माँग करते थे, वे सुर को खुदा की देन मानते थे। उनके लिए सुरों से बढ़कर कोई चीज़ कीमती नहीं थी।
() लेखक संस्कृतिअसंस्कृति और सभ्यताअसभ्यता के भ्रमजाल में फँसे मनुष्यों से क्या प्रश्न करता है ?

उत्तर-लेखक संस्कृति-असंस्कृति और सभ्यता असभ्यता के भ्रमजाल में फँसे मनुष्यों से प्रश्न करता है कि :

  • मनुष्य की जो योग्यता उससे आत्म-विनाश के साधनों का आविष्कार कराती है, उसे संस्कृति कहना उचित है या असंस्कृति?
  • वह जिन साधनों के बल पर दिन-रात आत्म-विनाश में जुटा हुआ है, उसे सभ्यता समझे या असभ्यता ?
  • यदि संस्कृति का कल्याण की भावना से नाता टूट जाएगा तो असंस्कृति होकर रह जाएगी।
  • और ऐसी संस्कृति का अवश्यंभावी परिणाम असभ्यता के अतिरिक्त दूसरा क्या होगा ?
  1. निम्नलिखित पठित काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए : 5x1=5 अंक

  तारसप्तक में जब बैठने लगता है उसका गला

  प्रेरणा साथ छोड़ती हुई उत्साह अस्त होता हुआ

  आवाज़ से राख जैसा कुछ गिरता हुआ

  तभी मुख्य गायक को ढाँढ़स बंधाता

  कहीं से चला आता है संगतकार का स्वर

  कभी-कभी वह यों ही दे देता है उसका साथ

  यह बताने के लिए कि वह अकेला नहीं है

  और यह कि फिर से गाया जा सकता है

  गाया जा चुका राग

  और यह कि फिर से गाया जा सकता है

  गाया जा चुका राग

  उसकी आवाज़ में जो एक हिचक साफ़ सुनाई देती है

  या अपने स्वर को ऊँचा न उठाने की जो कोशिश है

  उसे विफलता नहीं

  उसकी मनुष्यता समझा जाना चाहिए

() तारसप्तक में जब बैठने लगता है उसका गलाइस पंक्ति में उसकाशब्द किसके लिए प्रयोग किया गया है?

    (i) संगतकार के लिए ।

   (ii) संगीतकार के लिए ।

    (iii) तबला वादक के लिए।

   (iv) मुख्य गायक के लिए।

उत्तर-(iv) मुख्य गायक के लिए।

() निम्नलिखित काव्य पंक्तियों में से किस पंक्ति से मुख्य गायक के उत्साह के क्षीण होने का पता चलता है ?

सही विकल्प का चयन कीजिए-

(i) आवाज़ से राख जैसा कुछ गिरता हुआ।

(ii) प्रेरणा साथ छोड़ती हुई उत्साह अस्त होता हुआ।

(iii) कहीं से चला आता है संगतकार का स्वर।

(iv) उसकी आवाज़ में जो एक हिचक साफ़ सुनाई देती है।

विकल्प

    (i) कथन (I) और (II) सही हैं।

    (ii) केवल कथन (III) सही है।

    (iii) कथन (I) और (IV) सही हैं।

    (iv) कथन (II) और (III) सही हैं।

उत्तर-(i) कथन (I) और (II) सही हैं।

() निम्नलिखित कथन और कारण पर विचार करते हुए उपयुक्त विकल्प का चयन कर लिखिए :

कथन: संगतकार की आवाज़ में एक हिचक साफ़ सुनाई देती है और वह अपनी आवाज़ को ऊँचा नहीं उठने देने की कोशिश करता है।

कारण: दूसरों को सफल बनाने के लिए त्याग करना मनुष्यता होती है। संगतकार का त्याग उसकी मनुष्यता का परिचायक है।

विकल्प :

    (i) कथन ग़लत है, किंतु कारण सही है।

   (ii) कथन और कारण दोनों ही ग़लत हैं।

   (iii) कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है।

   (iv) कथन सही है किंतु कारण कथन की सही व्याख्या नहीं है।

उत्तर-(iii) कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है।

() संगतकार किस प्रकार मुख्य गायक को अहसास दिलाता है कि वह अकेला नहीं है ?

    (i) मुख्य गायक के समान भारी स्वर में गाकर ।

   (ii) मुख्य गायक को प्रेरित करके।

   (iii) मुख्य गायक से ऊँचे स्वर में गाकर।

   (iv) मुख्य गायक के टूटते स्वर में अपना स्वर मिलाकर।

उत्तर-(iv) मुख्य गायक के टूटते स्वर में अपना स्वर मिलाकर।

() संगतकार के स्वर में हिचक सुनाई देने का क्या कारण है ?

    (i) संगतकार में आत्मविश्वास का अभाव है।

   (ii) संगतकार मुख्य गायक का मान बनाए रखना चाहता है।

   (iii) संगतकार को गायन में अभी प्रवीणता नहीं आई है।

   (iv) संगतकार में भय और हीनता का भाव है।

उत्तर-(ii) संगतकार मुख्य गायक का मान बनाए रखना चाहता है।

10.निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए: 3x2=6 अंक

(क) गोपियों को उद्धव से क्यों कहना पड़ा ‘हरि हैं राजनीति पढ़ि आए’ । ‘सूरदास के पद’ के आधार पर उत्तर लिखिए।

उत्तर- जब गोपियों ने देखा कि :

  • जिस कृष्ण की वे बहुत समय से प्रतीक्षा कर रही थीं, वे नहीं आए।
  • उनकी जगह कृष्ण से दूर ले जाने वाला योग-संदेश आ गया तो उन्हें इसमें कृष्ण की एक चाल नज़र आई।
  • वे इसे अपने साथ किया छल समझने लगीं। इसीलिए उन्होंने आरोप लगाया कि हरि हैं राजनीति पढ़ि आए।
  • कृष्ण को अब राजनीति का ज्ञान हो गया है।

(किन्हीं दो बिंदुओं का उल्लेख अपेक्षित)

() सो बिलगाउ बिहाई समाजा। मारे जैहहिं सब राजापरशुराम जी के मुँह से ऐसा सुनकर लक्ष्मण की क्या प्रतिक्रिया रही ?

उत्तर-लक्ष्मण की प्रतिक्रिया इस प्रकार रही-

  • सारे राजाओं के मारे जाने की बात सुनकर लक्ष्मण मुसकराने लगे।
  • उन्होंने परशुराम जी से व्यंग्य भरे स्वर में कहा कि बचपन में हमने बहुत-सी धनुहियाँ तोड़ी थी, तब तो आपने ऐसा क्रोध कभी नहीं किया।
  • इस धनुष से आपका इतना मोह क्यों है ?

(किन्हीं दो बिंदुओं का उल्लेख अपेक्षित)

()उत्साहऔर अट नहीं रही हैकविताओं के आधार पर सूर्यकांत त्रिपाठी निरालाजी के प्रकृति चित्रण का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

उत्तर- प्रकृति के सौंदर्य का जो चित्र ‘अट नहीं रही है’ कविता उपस्थित करती है, वह इस प्रकार है-

  • कविता में फागुन ऋतु का वर्णन है।
  • प्रकृति का अनुपम सौंदर्य देखने को मिलता है।
  • चारों ओर हरियाली, पेड़-पौधों में नई पत्तियाँ, नए फूल आ जाते हैं।
  • सुगंधित हवा बहती रहती है।
  • हर तरफ इतना अधिक प्राकृतिक सौंदर्य नज़र आता है, जिसका आँखों में समा पाना भी कठिन है।
() आत्मकथ्यकविता के माध्यम से कवि श्री जयशंकर प्रसादजी के व्यक्तित्व की जो झलक मिलती है, वह उनकी ईमानदारी और साहस का प्रमाण है, स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- आत्मकथ्य’ कविता के माध्यम से-

  • कवि जयशंकर प्रसाद जी ने अपनी भूलों को स्वीकारने, अपने जीवन की असफलताओं का वर्णन और सरलता के कारण धोखा खाने की बात कही है इसके अलावा वर्तमान के यथार्थ को स्वीकार कर साहस दिखाया है।
  • कवि द्वारा यह कहना-छोटे से जीवन की कैसे बड़ी कथाएँ आज कहूँ उनकी ईमानदारी का प्रमाण है।

11.पूरक पाठ्य पुस्तक के निर्धारित पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए :2x4=8 अंक

()माता का अँचलपाठ में ग्राम्य संस्कृति के जिस रूप का चित्रण है वह आधुनिक युग में पर्याप्त अंशों में परिवर्तित हो चुका है। परिवर्तित रूप से कुछ उदाहरण देते हुए इस कथन के समर्थन में अपने विचार लिखिए

उत्तरमाता का अँचलपाठ में ग्राम्य संस्कृति के जिस रूप का चित्रण है वह आधुनिक युग में परिवर्तित हो चुकी है

  • संचार माध्यम व शहरी संस्कृति के कारण वहाँ के लोगों की जीवन शैली बदल चुकी है।
  • संयुक्त परिवारों का स्थान एकल परिवारों ने ले लिया है।
  • खेल व खेलने की सामग्री बदल गई है।
  • बच्चे मोबाइल, लैपटॉप का प्रयोग करने लगे हैं।
  • आज गाँव के नागरिक हर क्षेत्र की जानकारी रखते हैं।
  • वे अब जागरूक हो गए हैं। उत्तम खाद, बीज व कृषि-साधनों का प्रयोग करते हैं ।
  • बैंक की सुविधा उन्हें प्राप्त है।
()यंत्रों की दुनिया ने मनुष्य को यांत्रिक भाव शून्य बनाने का कार्य किया है, जबकि यात्राएँ मनुष्य को भाव शून्य होने से रोकती हैं।‘ ‘सानासाना हाथ जोड़िपाठ के आधार पर आप अपने विचार लिखिए

उत्तर मेरे विचार इस प्रकार हैं

  • मनुष्य की नीरस होती जीवन-शैली से मुक्ति दिलाने में यात्राएँ बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
  • मनोरंजन, ज्ञान एवं अज्ञात स्थलों की जानकारी के साथ-साथ भाषा एवं संस्कृति का भी आदान-प्रदान होता है ।
  • ‘साना-साना हाथ जोड़ि यात्रा वृतांत में लेखिका की सिक्किम की यात्रा बहुत ही रोचक, आकर्षक एवं आनंदपूर्ण थी।
  • वहाँ का अनुपम सौंदर्य उनकी आत्मा को छू गया था ।
  • लेखिका प्रकृति की सुंदरता और विशालता को देखकर सम्मोहित हो उठीं।
  • फूलों की घाटियाँ, गिरते झरने तथा गहरी खाइयों ने उनका मन मोह लिया।
  • प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर उनका यह सोचना कि जीवन का आनंद इसी सौंदर्य में है, यह स्पष्ट करता है कि यात्राएँ मनुष्य के जीवन में परिवर्तन लाने में सक्षम हैं।
() ‘मैं क्यों लिखता हूँपाठ के आधार पर बनाइए कि भीतरी विवशता क्या होती है ? लेखक श्री अज्ञेय जी ने इसे स्पष्ट करने के लिए किसकी चर्चा की है ?

उत्तर- ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ के आधार पर भीतरी विवशता:

  • किसी भी घटना को देखकर या सुनकर जब मन में अनुभूति हो, वही भीतरी विवशता होती है।
  • जब तक कवि या लेखक उसे शब्दों में अभिव्यक्त नहीं करता तब तक उसे शांति नहीं मिलती ।
  • लेखक ने इसे स्पष्ट करने के लिए हिरोशिमा पर लिखी कविता की चर्चा की है।

खंड (रचनात्मक लेखन) 20 अंक

12 निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर संकेत बिन्दुओं के आधार पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए :1x6=6 अंक

() ऑनलाइन गेमिंग का बढ़ता जाल

  • ऑनलाइन गेमिंग क्या है ?
  • बच्चों और किशोरों पर बढ़ती पकड़
  • ऑनलाइन गेमिंग के दुष्परिणाम

उत्तरअनुच्छेद लेखन-() ऑनलाइन गेमिंग का बढ़ता जाल

ऑनलाइन गेमिंग एक डिजिटल माध्यम है जिसमें खिलाड़ी इंटरनेट के जरिए मोबाइल और कंप्यूटर पर विभिन्न प्रकार के खेल खेलते हैं। इसमें एक और एक से अधिक-खिलाड़ी हो सकते हैं, जहाँ दुनियाभर के लोग आपस में जुड़ सकते हैं। यह मनोरंजन का एक लोकप्रिय साधन है, लेकिन इसकी आदत स्वास्थ्य, पढ़ाई और सामाजिक जीवन पर बुरा प्रभाव डाल सकती है।

ऑनलाइन गेमिंग बच्चों और किशोरों पर तेजी से पकड़ बना रही है। इंटरनेट और स्मार्टफोन से युवा वर्ग आसानी से गेमिंग की दुनिया में डूब जाते हैं। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो सकती है, नींद कम हो जाती है, मानसिक स्वास्थ्य पर गलत प्रभाव पड़ता है और सामाजिक मेल-जोल में कमी आती है। इसकी लत युवाओं को असामाजिक बनाकर उनके विकास को प्रभावित कर सकती है।

ऑनलाइन गेमिंग के कई दुष्परिणाम हैं। इससे बच्चों और किशोरों में पढ़ाई से ध्यान भटकता है, नींद में कमी आती है और आंखों पर तनाव बढ़ता है। अधिक समय खेलने से शारीरिक गतिविधियाँ घटती हैं, जिससे मोटापा और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं। इसके अलावा, आक्रामक गेम मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं और सामाजिक व्यवहार में भी गिरावट लाते हैं। संयमित खेल जरूरी है।

() स्वस्थ जीवन शैली

  • स्वस्थ जीवन शैली की आवश्यकता
  • स्वस्थ आदतें जिनका पालन किया जाना चाहिए
  • स्वस्थ जीवनशैली के लाभ

उत्तरअनुच्छेद लेखन-() स्वस्थ जीवन शैली

स्वस्थ जीवन शैली आज के समय की प्रमुख आवश्यकता है। अनियमित दिनचर्या, तनाव, जंक फूड और डिजिटल लत से जीवन में अनेक बीमारियाँ घर कर रही हैं। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और सकारात्मक सोच से हम शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। स्वस्थ जीवन शैली न केवल लम्बी आयु बनाती है, बल्कि कार्यक्षमता और जीवन की गुणवत्ता को भी अच्छा बनाती है।

स्वस्थ जीवन के लिए कुछ आदतों का पालन जरूरी है, जैसे– सुबह जल्दी उठना, नियमित व्यायाम करना, संतुलित भोजन लेना, पूरी नींद लेना और समय पर भोजन करना। रोजाना सफाई रखना, अधिक पानी पीना और डिजिटल उपकरणों का सीमित उपयोग भी जरूरी है। अच्छी सोच और तनाव से दूर रहना भी स्वस्थ जीवन की कुंजी है।

स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इससे रोगों से बचाव होता है, ऊर्जा बनी रहती है और काम करने की बढ़ती है। संतुलित भोजन, व्यायाम और अच्छी नींद जीवन को लंबा और सुखद बनाते हैं। सही सोच और नियमित दिनचर्या से व्यक्ति तनावमुक्त और आत्मविश्वास के साथ जीता है।

() हाल ही में देखी फ़िल्म / नाटक की समीक्षा

  • कहानी, पात्र, संवाद, अभिनय कैसा लगा ?
  • क्या वास्तविक जीवन के निकट थी ?
  • क्या प्रेरणा मिली ?

उत्तरअनुच्छेद लेखन-() हाल ही में देखी फ़िल्म / नाटक की समीक्षा

हाल ही में देखी फ़िल्म की कहानी रोचक और भावनात्मक थी। कलाकारों का का चुनाव अच्छा था और उन्होंने अपनी भूमिकाओं को प्रभावी ढंग से निभाया। संवाद सरल थे, जो कहानी को असली जैसा बना रहे थे। अभिनय प्रभावशाली रहा, जिससे दर्शकों को भावनाओं से जुड़ने में मदद मिली। कुल मिलाकर प्रस्तुति शानदार रही।

हाँ, प्रस्तुत कहानी वास्तविक जीवन के बहुत पास थी। इसमें दिखाए गए भाव, संघर्ष और परिस्थितियाँ आम लोगों के जीवन से जुड़ी हुई थीं। पात्रों की समस्याएँ और उनके समाधान जीवन में आने वाली कठिनाइयों को दिखाते हैं। कहानी ने सत्य का सुंदर चित्रण किया।

हाल ही में देखी फिल्म ने जीवन में संघर्ष, धैर्य और आत्मविश्वास की महत्ता को प्रकट किया। इस कहानी से यह प्रेरणा मिलती है कि कठिन समय में हार नहीं मानना चाहिए। सकारात्मक सोच, मेहनत और मजबूत संकल्प से किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है। फिल्म प्रेरणादायक थी।

() आप आनंदी/आनंद हैं। अपने क्षेत्र में बिजली की कटौती से उत्पन्न समस्याओं का उल्लेख करते हुए किसी लोकप्रिय दैनिक समाचारपत्र के संपादक को लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए। 1x5=5 अंक

उत्तरदैनिक समाचारपत्र के संपादक को पत्र

सेवा में,

दिनांक: 31 जुलाई 2025

संपादक महोदय,

दैनिक जागरण, आगरा (उ.प्र.)

विषय- बिजली कटौती से उत्पन्न समस्या के संबंध में।

महोदय,

उपर्युक्त विषय के संदर्भ में विनम्र निवेदन है कि मेरा नाम आनंदी/आनंद है। मैं वार्ड नम्बर 18 में रहता/रहती हूँ। मैं आपके समाचार पत्र का नियमित पाठक हूँ। आप दैनिक समस्याओं को प्रमुखता से प्रकशित करते रहते हैं।  मैं आपके समाचार-पत्र के माध्यम से प्रशासन का ध्यान हमारे क्षेत्र में हो रही लगातार बिजली कटौती की समस्या की ओर खींचना चाहता/चाहती हूँ। दिन-रात में बार-बार बिजली जाना अब साधारण बात  हो गया गई है, जिससे पढ़ाई, काम और घरेलू जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएँ बाधित होती हैं और गर्मी के कारण सभी परेशान हैं। कृपया इस विषय को प्राथमिकता देकर प्रकाशित करने की कृपा करें, जिससे संबंधित विभाग ध्यान दे सके।

सधन्यवाद!

आपका

आनंदी/आनंद

अथवा

() आप आनंदी/आनंद हैं। छोटेमोटे रोगों के लिए आपकी दादी माँ द्वारा बताए गए घरेलू नुस्खों को संकलित करके आपने एक पुस्तक बनाई है। जिसका नाम आपने दादी माँ के घरेलू नुस्खे’ रखा है। पुस्तक के प्रकाशन के अवसर पर अपनी दादी माँ को आमंत्रित करते हुए उन्हें लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।  1x5=5 अंक

उत्तरअपनी दादी माँ को पत्र।

मेरा पता-मोती नगर, लखनऊ

दिनांक-31 जुलाई 2025

प्रिय दादी माँ,

चरण स्पर्श।

मैं यहाँ पर कुशल हूँ आशा करता हूँ कि आप भी कुशल होंगे। आगे समाचार यह है कि आपके बताए घरेलू नुस्खों ने हमेशा हमारी मदद की है।  इन्हीं नुस्खों को संकलित कर मैंने एक पुस्तक तैयार की है, जिसका नाम ‘दादी माँ के घरेलू नुस्खे’ रखा है। यह पुस्तक शीघ्र ही प्रकाशित हो रही है और इसका लोकार्पण समारोह अगले सप्ताह आयोजित किया जा रहा है।

आपका आशीर्वाद और उपस्थिति मेरे लिए बहुत मायने रखती है। कृपया इस शुभ अवसर पर आकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएँ।

आपका स्नेही

आनंद/आनंदी

14() आप प्रेरणा/प्रेरक हैं। आपने हिन्दी विषय में एम. . किया है साथ ही आपके पास बी. एड. की डिग्री भी है। आपके शहर के एक प्रतिष्ठित विद्यालय में हिन्दी विषय के स्नातक शिक्षकों के कुछ पद

रिक्त हैं। आपको उस पद के लिए आवेदन करना है। इसके लिए लगभग 80 शब्दों में अपना एक स्ववृत लेख तैयार कीजिए 1x5=5 अंक

उत्तरस्ववृत लेखन (बायोडाटा)

नाम- प्रेरक

पिता का नाम- श्री अमित पटेल

माँ का नाम- श्रीमती नेहा पटेल

जन्म तिथि-01/01/1991

वर्तमान पता- म.न.34, अमर विहार, अ ब नगर,  जयपुर (राजस्थान)

स्थाई पता-वही

फोन नंबर-683247xxxx

ई-मेल-prerakpatel@gmail.com

शैक्षणिक योग्यताएँ-

क्र. परीक्षा/

डिग्री/

डिप्लोमा

वर्ष बोर्ड/

विश्वविद्यालय

विषय श्रेणी प्रतिशत
01 दसवीं पास 1999 सी.बी.एस..

बोर्ड

अंग्रेजी, हिंदी, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान प्रथम 82%
02 बारहवीं पास 2000 सी.बी.एस..

बोर्ड

अंग्रेजी, हिंदी, भूगोल, इतिहास, दर्शन शास्त्र प्रथम 81%
03 बी.. 2002 बनारस विश्वविद्यालय हिंदी, भूगोल, संस्कृत प्रथम 78%
04 एम.. 2004 बनारस विश्वविद्यालय हिंदी प्रथम 72 %
05 बी.एड. 2005 बनारस विश्वविद्यालय हिंदी, शामाज शास्त्र प्रथम 86 %

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

अन्य योग्ताएं-

  • कंप्यूटर की सामान्य जानकारी।
  • हिंदी और अंग्रेजी में टाइपराटिंग में डिप्लोमा।

उपलब्धियाँ-

  • अखिल भारतीय निबंध प्रतियोगिता 2021 में प्रथम पुरस्कार
  • विद्यालय में क्रिकेट टीम की कप्तान ।
  • एम.ए. में गोल्ड मेडल ।

तिथि- 22/07/20 xx

स्थान———                                                       हस्ताक्षर

 

अथवा

() आप प्रेरणा/प्रेरक हैं। आपके क्षेत्र में सफ़ाई व्यवस्था चरमराई हुई है। सफ़ाई कर्मचारी अक्सर अनुपस्थित रहते हैं। नगर निगम अधिकारी को इससे अवगत कराते हुए लगभग 80 शब्दों में मेल कीजिए। 1x5=5 अंक

उत्तरनगर निगम अधिकारी को में मेल।

To: commissioner@nagarnigam.in

Form: prerak@gmail.com

Subject: क्षेत्र की सफाई व्यवस्था सुधारने हेतु निवेदन।

आदरणीय अधिकारी महोदय,

मैं नाम प्रेरणा/प्रेरक है। मैं वार्ड संख्या 12, रामनगर से लिख रहा/रही हूँ। हमारे क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बहुत खराब हो गई है। कचरा समय पर नहीं उठाया जाता और सफाई कर्मचारी अक्सर अनुपस्थित रहते हैं। इससे गंदगी फैल रही है और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। आपसे निवेदन है कि सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए उचित कदम उठाए जाएँ।

धन्यवाद !

प्रेरणा/प्रेरक

वार्ड-12, रामनगर

15 () सौर ऊर्जा के प्रयोग को प्रोत्साहन देने के लिए एक आकर्षक विज्ञापन लगभग 40 शब्दों में विद्युत मंत्रालय की ओर से तैयार कीजिए। 1x4=4 अंक

उत्तरसौर ऊर्जा के प्रयोग पर विज्ञापन लेखन

         स्वच्छ ऊर्जा                                                                                                                  सस्ती ऊर्जा

 

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अथवा

() आपके हिन्दी शिक्षक/शिक्षिका का नया काव्य संग्रहप्रकाशित हुआ है। उन्हें इस अवसर पर बधाई देते हुए लगभग 40 शब्दों में एक बधाई संदेश लिखिए। 1x4=4 अंक
सन्देश लेखन

1 जुलाई 20xx

11:30 बजे

आदरणीय शिक्षक/शिक्षिका जी,

आपका नया काव्य संग्रह प्रकाशित होने पर हार्दिक बधाई। आपकी लेखनी हमेशा प्रेरणा देती है। आपके शब्दों में सच्चाई है। ईश्वर करे आपकी साहित्यिक यात्रा ऐसे ही आगे बढ़ती रहे। आपको सादर बधाई एवं शुभकामनाएँ।

...

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*कृपया ध्यान दें, शैक्षणिक सत्र 2024-25 की मूल्यांकन योजना वर्तमान सत्र अर्थात 2025-26 में भी जारी रहेगी।

vigyapan lekhan

CBSE Class 10 Hindi Sample Paper 2025-26

CBSE Class 10 Sample Papers 2025-26

By hindi Bharti

Dr.Ajeet Bhartee M.A.hindi M.phile (hindi) P.hd.(hindi) CTET

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