हिंदी कविता का काल विभाजन
हिंदी कविता का काल विभाजन? आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने ‘हिंदी साहित्य के इतिहास’ को काव्य प्रवृत्तियों के आधार पर चार भागों में विभाजित किया है-
1- वीरगाथा काल- वि. संवत 1050 से 1375 तक
2- भक्तिकाल- वि. संवत 1375 से 1700 तक
3- रीतिकाल- वि. संवत 1700 से 1900 तक
4- आधुनिक काल- वि. संवत 1900 से अबतक तक
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महत्वपूर्ण अति लघुउत्तरीय -प्रश्न -उत्तर
प्रश्न-1.आचार्य रामचंद्र शुक्ल के ‘इतिहास ग्रन्थ’ का नाम बताइए :
उत्तर-हिंदी साहित्य का वैज्ञानिक इतिहास ।
प्रश्न-2.हिंदी साहित्य के सर्वप्रथम इतिहास ग्रन्थ का रचनाकाल क्या है?
उत्तर-सन् 1839 ई.।
प्रश्न-3.हिंदी साहित्य का पहला इतिहास किस भाषा में लिखा गया है?
उत्तर- फ्रेंच भाषा में ।
प्रश्न-4.हिंदी का प्रथम महाकाव्य किसे कहते हैं?
उत्तर-पृथ्वीराज रासो ।
प्रश्न-5.राहुल सांकृत्यायन ने हिंदी का पहला कवि किसे कहते हैं।
उत्तर-श्रावकाचार।
प्रश्न-6.खड़ीबोली हिंदी में रचना करने वाला पहला कवि कौन है?
उत्तर-अमीर खुसरो।
प्रश्न-7.अपभ्रंश का बाल्मीकि किसे कहते हैं ?
उत्तर-स्वयंभू ।
प्रश्न-8.पृथ्वीराज रासो में सर्वाधिक विदादित पक्ष है?
उत्तर-ऐतिहासिक पक्ष।
प्रश्न-9.किस कवि को ‘अभिनय जयदेव’ की उपाधि मिली थी ?
उत्तर-विद्यापति को।
प्रश्न-10.’पुस्तक जल्हड़ हत्थ दै चलि गज्जन नृप काज’ पंक्ति किसकी मानी जाती है।
उत्तर- चंदरबरदाई।
डॉ. अजीत भारती