मंगलेश डबराल का जीवन परिचय
मंगलेश डबराल का जीवन परिचय? यह जीवन परिचय छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगा।
प्रश्न-मंगलेश डबराल जी की काव्यगत विशेषताएँ निम्न बिन्दुओं पर लिखिए:
(i) दो रचनाएँ (ii) काव्यगत विशेषताएँ
उत्तर- मंगलेश डबराल का परिचय
(i) दो रचनाएँ- पहाड़ पर लालटेन, घर का रास्ता।
(ii) काव्यगत विशेषताएँ- मंगलेश डबराल के काव्य की विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
(क) भावपक्ष-
(i)सामंवादी विचार का विरोध- उन्होंने पूंजीपतियों के धोखे, छल-कपट, झूठ, दिखावा और शोषण का विरोध किया है।
(ii) सौंदर्य बोध- इनकी रचनाओं में सौंदर्य का बहुत ही सूक्ष्म चित्रण मिलता है। तभी तो उन्होंने संगतकार जैसे कम महत्वपूर्ण माने जाने वाले कलाकारों की महत्ता को रेखांकित किया किया है।
(ब) कला पक्ष-
(i) भाषा- डबराल जी खड़ीबोली के कवि हैं। उन्होंने हिंदी के साथ संस्कृत, अंग्रेजी और उर्दू आदि के शब्दों का भी प्रयोग किया है।
(ii) अलंकारों का प्रयोग– उनके काव्य में अनुप्रास, रूपक, उपमा, उत्प्रेक्षा आदि अलंकारों का सुन्दर प्रयोग मिलता है।
(iii) छंदों का प्रयोग- डबराल जी ने अपनी रचनाओं मे छंद के बंधन से मुक्त काव्य की रचना की है।
साहित्य में स्थान- मंगलेशजी साहित्यकार ही नहीं फिल्म और संगीत के बारे में अच्छी समझ रखते हैं। उन्होंने समाज के अछूते विषयों पर भी काव्य रचा है। उनके साहित्यिक कार्यों को हिंदी जगत हमेशा याद करेगा।
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आचार्य- डॉ. अजीत भारती(www.hindibharti.in