रघुवीर सहाय का जीवन परिचय
रघुवीर सहाय का जीवन परिचय?
रघुवीर सहाय का परिचय (म.प्र.बोर्ड कक्षा-12)
दो रचनाएँ- एक समय था, लोग भूल गये हैं।
भाषा-
रघुवीर सहाय ने साहित्यिक खड़ी बोली भाषा का प्रयोग किया है। उनकी भाषा सरल, साफ-सुथरी एवं सधी हुई है। इनकी भाषा शहरी होते हुए भी सहज है। सहाय जी आधुनिक काव्य भाषा के मुहावरों का प्रयोग करने में चतुर हैं।
शैली-
रघुवीर सहाय ने अपनी रचनाओं में विषय के अनुरूप शैली का प्रयोग किया है। लेकिन उन्होंने व्यंग्यात्मक शैली को विशेष स्थान दिया है।
साहित्य में स्थान-
रघुवीर सहाय का हिंदी जगत में विशेष स्थान है। वे पेशे से पत्रकार थे। इसीलिए उनकी रचनाओं में पत्रकारिता के तेवर और अखबारी अनुभव साफ दिखाई देते हैं। वे सिर्फ पत्रकार ही नहीं एक कुशल कथाकार और कवि भी थे। उन्होंने देश में फैली बुराइयों को सबके सामने रखा है। ऐसे रचनाकार को सदैव याद किया जाएगा।
रघुवीर सहाय-http://raghuvir sahay ka jivan parichay in hindi
आचार्य- डॉ. अजीत भारती
(www.hindibharti.in)