देव का जीवन परिचय
देव का जीवन परिचय? यहाँ पर कवि देव का जीवन प्रस्तुत किया जा रहा है ।
प्रश्न- ‘देव’ जी की काव्यगत विशेषताएँ निम्न बिन्दुओं पर लिखिए:
(i) दो रचनाएँ (ii) काव्यगत विशेषताएँ
उत्तर- देव की काव्यगत विशेषताएँ
दो रचनाएँ- भाव विलास, भवानी विलास।
काव्यगत विशेषताएँ- देव के काव्य की विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
1.भावपक्ष-
- प्रेम और सौंदर्य का वर्णन- इनकी सभी रचनाओं में प्रेम और सौंदर्य का सुंदर चित्रण है। उन्होंने नारी के सौंदर्य का अनुपम का चित्र खींचा है।
- श्रृंगार वर्णन- देव के काव्य में श्रृंगार रस प्रमुख है। कवि ने अपनी रचनाओं में रस के साथ उसके अंगों का वर्णन भी किया है।
2.कलापक्ष-
- भाषा- देव की सभी रचनाएँ ब्रज भाषा में मिलती हैं। कहीं-कहीं बुंदेली, अवधी और राजस्थानी आदि शब्द भी देखने को मिलते हैं।
- अलंकार- देव के काव्य में अनुप्रास, रूपक, उपमा आदि अलंकारों का सुंदर प्रयोग दिखाई देता है।
- छंद- देव की रचनाओं में दोहा, घनाक्षरी, सवैया, कवित्त आदि छंदों की रचना की है।
साहित्य में स्थान- देव रीतिकाल के प्रमुख कवि हैं। वे बड़े प्रतिभाशाली कवि हैं। हिंदी जगत में देव का महत्वपूर्ण स्थान है।
कवि देव का संक्षेप परिचय
जन्म- 1673 ई.
स्थान- इनका जन्म इटावा में हुआ था
दरबारी कवि- आजम शाह के दरबार में रहे
रचनाएँ- इनकी 52 से 72 रचनाएँ मानी जाती हैं । रस विलास, भाव विलास, काव्य रसायन, सुजन विनोद, अष्टयाम आदि ।
निधन- 1767 ई.
कवि देव –https://www.bharathindimitra.com/2021/12/dev-jivan-parichay.html
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आचार्य- डॉ. अजीत भारती