Patra lekhan 1 ? यहाँ पर दो पत्र प्रस्तुत किये गए हैं।
क-मित्र को बधाई पत्र
कक्षा 11वीं में अच्छे अंक प्राप्त करने पर मित्र को बधाई पत्र कैसे लिखते है ? सबसे पहले हम पत्र को एक से दो बार ठीक से पढ़ लें | उसके बाद दो बातें समझ लें कि पत्र किसको लिखना है | और किस विषय पर लिखना है ? उसके बाद ही पत्र लिखना शुरू करेंगे |
प्रश्न-1.मित्र को कक्षा 11वीं में अच्छे अंक प्राप्त करने पर बधाई पत्र लिखिए |
उत्तर- पत्र-लेखन
पता-कक्ष-10 दिनांक-02-05-2013
क.ख.ग. छात्रावास,
भोपाल
प्रिय मित्र
नमस्कार!
मित्र मैं यहाँ पर अच्छा हूँ आशा करता हूँ कि आप भी कुशल होंगे | मुझे दो दिन पहले ही यह जानकारी मिली कि आप ने कक्षा 11वीं में अपने विद्यालय में सबसे अधिक अंक प्राप्त किये हैं, यह सुनकर मेरा मन प्रसन्न हो गया | मेरी ओर से हार्दिक बधाई | मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि आप हमेशा ही इसी तरह सफलता प्राप्त करते रहो | चाचाजी और चाचीजी को मेरा चरण स्पर्श तथा छोटी बहन को स्नेह | शेष बातें मिलने पर |
पुनः बधाई के साथ |
तुम्हारा मित्र
क.ख.ग.
ख-अनुशासन के महत्व पर पत्र
प्रश्न-2.अनुशासन का महत्व बताते हुए अपने मित्र को 80-100 शब्दों में पत्र लिखिए।
उत्तर-अनुशासन के महत्व पर पत्र
कमरा न.123/16 दिनांक-22/09/2016
क.ख.ग. मुंबई
प्रिय मित्र,
सप्रेम नमस्कार!
मैं यहाँ पर कुशल हूँ आशा करता हूँ कि आप सभी लोग भी कुशल होंगे । आगे समाचार यह है कि हमारे जीवन में अनुशासन का कितना महत्व है । यह कल मैंने तब अनुभव किया जब मैं रेल की टिकट लेने के लिए लाइन में खड़ा था तब कुछ लोग सीधे बिना लाइन के टिकट लेने के लिए पहुँच रहे थे और टिकट देने वाले महोदय लाइन खड़े लोगों पर ध्यान ही नहीं दे रहे थे और हैरानी तब हुई जब व्यवस्था को देखने वाले सुरक्षाकर्मी गायब थे ।
मित्र, मुझे लगता है कि जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है। इसके लिए पहले स्वयं को ही अनुशासित करना होगा। अनुशासन के महत्व प्रकृति, पेड़-पौधों तथा पशु – पक्षियों में भी देखा जा सकता है। दिन और रात का क्रम लगातार चलता रहता है। समय पर ही ऋतुओं का परिवर्तन होता है। पेड़-पौधों में समयानुसार ही फल-फूल आते हैं। यदि प्रकृति नियम और अनुशासन न माने, तो भीषण प्राकृतिक आपदाएं आ सकती हैं। अनुशासन न मानने वाला व्यक्ति समाज में कुछ नहीं कर सकता। तुम भी मेरी इस बात से सहमत होगे।
बाकी सब कुशल है। घर के सभी बड़ों को मेरा प्रणाम और छोटों को प्यार।
तुम्हारा मित्र
क.व. ग.
Patra lekhan 1