कुँवर नारायण का जीवन परिचय
कुँवर नारायण का जीवन परिचय?
kunwar narayan ka jivan parichay class 12th
दो रचनाएँ- चक्रव्यूह, हम तुम।
भाषा-
कुँवर नारायण के काव्य की मुख्य भाषा साहित्यिक खड़ी बोली है। साथ ही साथ संस्कृत, स्थानीय बोलियों, अरबी, फारसी और अंग्रेजी शब्दों का भी प्रयोग किया है। इस तरह उनकी कविताओं में भाषा के कई रूप मिलते हैं। उनकी भाषा सरल, सरस एवं चुटीली है। उनकी रचनाएँ भाषा की सभी आयाम लिए हुए है।
शैली-
कुँवर नारायण की शैली विषय के अनुरूप है। उन्होंने विचारों को गंभीरता से प्रस्तुत करने के लिए विचारात्मक एवं प्रतीकात्मक शैली का प्रयोग किया है। लेकिन प्रतीकात्मक शैली को विशेष स्थान दिया है।
साहित्य में स्थान-
कुंवर नारायण हिंदी साहित्य के सम्मानित कवि हैं। उनकी पहचान एक कवि के रूप में ही नहीं बल्कि एक महान विचारक के रूप में भी है। उन्हें कई विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। हिंदी साहित्य जगत में कुंवर जी का बड़े आदर के साथ नाम लिया जाता है।
कुँवर नारायण का जीवन परिचय-http://कुंवर नारायण का भाव पक्ष और कला पक्ष
आचार्य- डॉ. अजीत भारती