तुलसीदास का परिचय
तुलसीदास का परिचय ? यहाँ पर तुलसीदास का परिचय संक्षेप और विस्तार से किया गया है ।
कवि का संक्षिप्त परिचय
- जन्म- सन् 1532 ई.
- स्थान- सोरो, जिला-एटा / गाँव- राजापुर, बाँदा
- भाषा- ब्रज और अवधी दोनों भाषाओँ में रचनाएँ
- रचनाएँ- रामचरितमानस,विनयपत्रिका, कवितावली, गीतावली, दोहावली, कृष्ण गीतावली।
- निधन- सन् 1623 ई.
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प्रश्न-‘तुलसीदास’ जी की काव्यगत विशेषताएँ निम्न बिन्दुओं पर लिखिए: (MP Board 2022)
(i) दो रचनाएँ (ii) काव्यगत विशेषताएँ
उत्तर- तुलसीदास जी काव्यगत विशेषताएँ
(i) दो रचनाएँ- रामचरितमानस, विनय पत्रिका।
(ii) काव्यगत विशेषताएँ-तुलसीदास के काव्य की विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
(अ) भाव-पक्ष-
तुलसीदास प्रतिभा के बड़े धनी थे। उनके साहित्य में अनेक भाव व्यक्त थे –
1-लोकमंगल की भावना- तुलसीदास लोकमंगल के कवि थे। उनका साहित्य समाज का कल्याण करने वाला है। उन्होंने भारतीय समाज के हर पक्ष पर प्रकाश डाला है। उन्होंने हर वर्ग और समाज में समानता स्थापित की है। उन्होंने परिवार के एक आदर्श जीवन का सुन्दर चित्रण किया है।
2-भक्ति की भावना– तुसीदास राम के बहुत बड़े भक्त कवि थे। उन्होंने राम की महानता का गुणगान किया है।
(ब) कला-पक्ष-
1-भाषा- तुलसीदास को अवधी और ब्रजभाषा दोनों की अच्छी जानकारी थी। उनके काव्य में संस्कृत और अरबी-फ़ारसी के शब्दों का खूब प्रयोग हुआ है।
2-शैली-तुलसी ने अपने काव्य में प्रबंध और मुक्तक दोनों शैलियों को अपनाया है।
3-अलंकार का प्रयोग– इनकी कविताओं में अनुप्रास, रूपक, उपमा आदि अलंकारों का सरलता से प्रयोग किया है।
4-छंद का प्रयोग-इन्होंने दोहा, सोरठा, चौपाई, सवैया कवित्त एवं कुण्डलियाँ आदि छंदों का सहज प्रयोग मिलता है।
5- रस का प्रयोग- तुलसीदास के काव्य में शांत, वीर रस, श्रृंगार आदि रस का प्रयोग अधिक किया है।
साहित्य में स्थान- तुलसीदास को लोगों का कल्याण करने वाला कवि माना जाता है। उनके काव्य को पढ़ने से लोगों सुख और शांति मिलाती है। वे हिंदी साहित्य के एक महान कवि हैं। उन्हें साहित्य जगत हेमशा हृदय से याद करेगा।
tulasidas aur unka jiwan-https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%A4%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A4%B8%E0%A5%80%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B8
धन्यवाद!
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