पत्र लेखन

पत्र और प्रकार

पत्र लेखन? 

         इसका का प्रचलन प्राचीनकाल  से चला आ रहा है । पहले के लोग अपने सगे-संबंधियों तक अपनी सूचना पहुँचाने के लिए ताम्रपत्र, वृक्ष की छाल और पेड़ों के पत्तों का प्रयोग करते थे । जैसे -जैसे मानव जाति ने प्रगति की वैसे – वैसे पत्र के स्वरुप में भी बदलाव आते गए । फिर समय आया राजाओं, शासकों और सामंतों का वे अपना सन्देश कपड़े पर लिखकर दूतों के माध्यम से एक राज्य से दूसरे राज्यों तक भेजते थे । युग के साथ तेजी से परिवर्तन आये ।

            कागज का अविष्कार हुआ जिसके कारण  समाज में एक नई  विचारधारा का जन्म हुआ । फिर लोग अपने विचारों का आदान-प्रदान इसी के माध्यम से करने लगे । आज विज्ञान  की लगातार  प्रगति  के कारण  सभी का संदेश  भेजने का तरीका तकनीकी  हो गया । अब लोग अपने पत्रों को मोबाइल, इंटरनेट, फेसबुक, इन्स्टाग्राम जैसे कई शोशल नेटवर्क के माध्यम से अपनी सूचनाएँ प्रेषित करते हैं । 


प्रश्न- पत्र लेखन क्या है अथवा किसे कहते हैं ?

उत्तर-पत्र लेखन वास्तव में एक कला है। सम्प्रेषण का एक माध्यम है। इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने सगे -संबंधी और परिचितों के बीच अपने भावों को व्यक्त करता है। इस लिए पत्र-लेखन की जानकारी होना आवश्यक है।

 


प्रश्न- पत्र-लेखन के कितने प्रकार या रूप हैं ?

उत्तर- पत्र के दो रूप होते हैं अथवा पत्र दो तरह के होते हैं –

क- औपचारिक पत्र

ख- अनौपचारिक पत्र

 


प्रश्न-औपचारिक पत्र किसे कहते हैं इसके अंतर्गत कौन- से पत्र आते हैं ?

उत्तर-जो पत्र व्यवसाय और कार्यालय के लिए लिखे जाते हैं, उसे औचारिक पत्र कहते हैं। इसके अंतर्गत आधिकारिक -अनाधिकारिक पत्र आते हैं।

1-आधिकारिक पत्र –व्यवसाय, व्यापार और शासकीय पत्र।

2-अनाधिकारिक पत्र -बिजली कनेक्शन और गैस कनेक्शन आदि।


पत्र लेखन/patra lekhan in hindi


क -औपचारिक पत्र-  इसमें  निम्न प्रकार के पत्र आते हैं –

1-सरकारी पत्र 

2-संपादकीय पत्र 

3-प्रार्थना पत्र (विशेष अनुमति के लिए )

4-आवेदन पत्र (विशेष अनुमति के लिए )

5-शिकायती पत्र 

6-नौकरी के लिए पत्र 

7-पूछताछ संबंधी पत्र 

8-व्यावसायिक पत्र 

9-प्राचार्य को पत्र 

10-क्लास टीचर को पत्र


 

ख-अनौपचारिक पत्र- इसके अंतर्गत वे पत्र आते हैं जो हम अपने किसी सगे-संबंधी, रिश्तेदारों या मित्रों को लिखते हैं । इन पत्रों को व्यक्तिगत पत्र भी कहते हैं।

अनौपचारिक पत्र- इसमें निम्न प्रकार के पत्र रखे गए हैं-

1-बधाई पत्र

2-निमंत्रण/आमंत्रण  पत्र

3-धन्यवाद पत्र

4-सद्भावना पत्र/सांत्वना पत्र 

5-शुभकामना पत्र

6-सूचना पत्र

7-यात्रावृतांत संबंधी पत्र 

8-सलाह हेतु पत्र 

9-शोक संदेश पत्र


प्रश्न-एक अच्छे पत्र-लेखन की क्या विशेषताएँ होनी चाहिए?

उत्तर- अच्छे पत्र में निम्न  विशेषताएँ होनी चाहिए-

(i) सरल भाषा का प्रयोग- पत्र लिखते समयमेशा व्यावहारिक और सरल भाषा का ही प्रयोग करना चाहिए। कठिन और जटिल भाषा के प्रयोग से बचना चाहिए ।

(ii) स्पष्टता- पत्र स्पष्ट होना चाहिए । पत्र प्राप्त करने वाले को समझ में आ जाना चाहिए ।

(iii) संक्षिप्त और उद्देश्यपूर्ण- पत्र में विषय से संबंधित महत्वपूर्ण बातों को स्थान देना चाहिए। व्यर्थ के विचारों का समावेश बिल्कुल ने करें। कहने का अर्थ है पत्र में विचार संक्षिप्त में ही देना चाहिए । पत्र  का उद्देश्य उसमें झलकना चाहिए ।

(iv) आकर्षक और प्रभावशाली- पत्र सुन्दर और आकर्षक होना चाहिए। जिससे पढ़ने वाला प्रभावित हो ।

(v) पूर्ण और मौलिक – पत्र में  किसी प्रकार का बनावटीपन नहीं होना चाहिए । उसमें विषय के बारे में ही विचार अधिक होने चाहिए ।

(vi) शिष्टा- इसमें  किसी प्रकार के ऐसे शब्दों का चुनाव नहीं करेंगे जो पत्र की दृष्टि से उचित न हों । कहने का आशय यह है कि उसमें गलत शब्दों का प्रयोग नहीं करेंगे ।


प्रश्न- एक अच्छा पत्र लिखते समय किन बातों का ध्यान रखना जरुरी है ?

उत्तर- एक अच्छा पत्र लिखते समय निम्न बातों का ध्यान रखना जरुरी है-

1-पत्र की भाषा और शैली सरल होनी चाहिए।

2-पत्र विषय के अनुरूप होना चाहिए।

3-पत्र में शिष्टता और शालीनता वाली भाषा का प्रयोग करना चाहिए।

4-पत्र की लिखावट सुंदर और आकर्षक होनी चाहिए।

5-इसमें भाव और विचार स्पष्ट होने चाहिए।

6-साहित्यिक और कठिन भाषा से बचाना चाहिए।

7-पत्र उद्देश्य पूर्ण होना चाहिए।

8-विराम चिन्हों का उचित प्रयोग होना चाहिए।

9-पत्र प्रारूप के अनुरूप होना चाहिए।

10-पत्र प्रभावशाली होना चाहिए।

11-पत्र में किसी प्रकार की काट-छाँट और भद्दापन नहीं होना चाहिए ।


पत्र लेखन उदाहरण-

औपचारिक पत्र लेखन-

  • आवेदन पत्र 

प्रश्न-1. भोपाल नगर-निगम के सचिव को लिपिक की आवश्यकता है। सचिव को लिपिक पद के लिए आवेदन पत्र लिखिए।

उत्तर- लिपिक पद के लिए सचिव को आवेदन पत्र 

सेवा में,                    

दिनांक-31/12/20XX 

सचिव महोदय 

नगरनिगम, भोपाल 

विषय- लिपिक पद हेतु आवेदन पत्र ।

महोदय,

उपर्युक्त विषय के संदर्भ में विनम्र निवेदन है कि मेरा नाम क.ख.ग. है। भोपाल नगर निगम से लिपिक पद के लिए दैनिक भारत में दिनांक 22/10/20XX  को विज्ञापन प्रकाशित हुआ था। उक्त पद के लिए मैं आवश्यक योग्यता रखता हूँ। विज्ञापन के अनुसार पद हेतु अपना आवेदन प्रस्तुत कर रहा हूँ। मेरी योग्यताएँ इस प्रकार हैं। 

1- बी.एस.सी. प्रथम श्रेणी  पास 

2-कम्प्यूटर टाइपिंग 50-60 शब्द प्रति मिनट 

3-आयु 24 वर्ष 

4-कार्य अनुभव दो वर्ष 

5-हिंदी और अंग्रेजी भाषा की जानकारी 

उक्त प्रमाण पत्रों की फोटोकॉपी आवेदन पत्र के साथ संलग्न है। आशा करता हूँ कि आप मेरी योग्यता को देखते हुए एक बार अवसर देने की कृपा करेंगे। मैं पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करने का वचन देता हूँ।

धन्यवाद!

आवेदक 

क.ख.ग.


अनौपचारिक पत्र लेखन-

  • शुभकामना पत्र 

प्रश्न-2.आपका मित्र कोरोना पॉजिटिव है। उसके अच्छे स्वास्थ्य की शुभकामना देते हुए एक पत्र लिखिए।

उत्तर-मित्र को शुभकामना पत्र 

पता-म.न.132/आर 

क.ख.ग. नगर, केरल 

दिनांक-12 मई 20XX  

प्रिय मित्र अखिलेश 

नमस्कार!

मैं यहाँ पर ठीक आशा करता हूँ कि शीघ्र ही तुम भी ठीक हो जाओगे। जब से यह पता चला है कि तुम कोरोना पॉजिटिव हो गए हो, तब से मेरा मन बेचैन सा रहने लगा है। तुमसे कई दिनों से न मिल पाने के कारण मन उदास रहता है। आशा करता हूँ तुम डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयाँ और सलाह का पालन करते होगे । घबराना नहीं तुम पूरी तरह से ठीक हो जाओगे । निराश न होना हम सभी हर समय तुम्हारे साथ हैं। ये बुरे दिन निकल जाएँगे। तुम एक हिम्मातदर और सहनशील व्यक्ति हो। अपने अच्छे दिनों को याद करके मुसकराते रहना। मैं पूरी सावधानी के साथ तुम्हारे पास आऊँगा। तुम्हारे साथ रहकर तुम्हारा सहयोग करूँगा। बाकी बाते मिलाने पर करेंगे।

तुम्हारा मित्र 

क.ख.ग.


पत्र लेखन

डॉ. अजीत भारती

By hindi Bharti

Dr.Ajeet Bhartee M.A.hindi M.phile (hindi) P.hd.(hindi) CTET

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