नागार्जुन का जीवन परिचय
नागार्जुन का जीवन परिचय ?
प्रश्न-‘नागार्जुन’ जी की काव्यगत विशेषताएँ निम्न बिन्दुओं पर लिखिए:
(i) दो रचनाएँ (ii) काव्यगत विशेषताएँ
उत्तर- नागार्जुन का परिचय
- दो रचनाएँ- युगधारा, तुमने कहा था।
- काव्यगत विशेषताएँ- नागार्जुन के काव्य की प्रमुख विशेषताएँ-
भावपक्ष-
(i)प्रकृति चित्रण- नागार्जुन ने प्रकृति सुंदर चित्र खींचे हैं। उनकी रचनाओं में वन, जंगल, खेती-बारी, पेड़-पौधे आदि वास्तविक से दिखाई देते हैं।
(ii)यथार्थवादी चित्रण- उनके काव्य में गरीब, दलित, मजदूर, किसान और निर्धनों के सच्चे जीवन का चित्रण किया है।
(iii)विरोध का स्वर- नागार्जुन ने अपनी रचनाओं में शोषण करने वालों का विरोध किया है। उन्होंने शोषितों का पक्ष लिया है।
कलापक्ष-
(i)भाषा- नागार्जुन की भाषा सरल और सहज है। उन्होंने बोलचाल की खड़ी बोली में अपनी रचनाएँ की हैं।
(ii)अलंकार- नागार्जुन के काव्य में अनुप्रास, उपमा, रूपक आदि अलंकारों के प्रयोग अधिक दिखाई देते हैं।
(iii)छंद-उन्होंने छंद वाली और छंद से मुक्त दोनों तरह की रचनाएँ की हैं। लेकिन बरवै उनका प्रिय छंद है।
साहित्य में स्थान- नागार्जुन प्रगतिवाद के प्रमुख कवि हैं। साहित्य में योगदान के लिए उन्हें कई बार सम्मानित किया गया है। हिंदी संसार उन्हें सदैव याद करेगा।
nagarjun ka parichay ?
आचार्य- डॉ. अजीत भारती