कैदी और कोकिला

कैदी और कोकिला -कविता

कैदी और कोकिला क्या है? यह माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा रचित कविता है | इसमें कवि ने इसमें अंग्रेजों के समय भारतीय क्रांतकारियों द्वारा किये जा रहे संघर्ष को दिखाया गया है | इसमें भारतियों पर किये जाने वाले अत्याचारों और शोषण को चित्रित किया गया है | इसमें यह भी बताया गया है कि कैसे अंग्रेज भारतीयों के साथ जेल में जुल्म करते थे | तो चलो इसे समझते हैं-

प्रश्न-अभ्यास/प्रश्न-उत्तर

प्रश्न-1.कोयल की कूक सुनकर कवि की क्या प्रतिक्रिया थी ?

उत्तर- कोयल की कूक सुनकर कवि को ऐसा लगा जैसे वह कुछ कहना चाहती है l उसे  लगता है जैसे कोयल उसके  कष्टों को बाटने आई हो l वह रात के अँधेरे में आकर उसे लगातार लड़ते रहने की प्रेरणा देने आई है l

प्रश्न-2. कवि ने कोकिल के बोलने के किन कारणों की संभावना बताई ?

उत्तर- कवि ने कोयल के बोलने की निम्न संभावनाएँ बताई हैं –

1.कवि के हृदय में विद्रोह के बीज बोने आई है l

2.कवि के कष्टों को बाँटने आई है l

3.स्वाधीनता  के लिए लड़ने वालों को उत्साहित करने आई है l

4.कवि के प्रति सहानुभूति प्रकट करने आई है l

5.जेल के बाहर अंग्रेजों के अत्याचारों की सूचना देने आई है l

प्रश्न-3.किस शासन की तुलना तम के प्रभाव से की गई है और क्यों ?

उत्तर-यहाँ पर तम(अंधकार) का आशय अन्याय से हैl अंग्रेजी शासन की तुलना तम के प्रभाव से की गई है क्योंकि अंग्रेजी सरकार निर्दोष भारतियों पर  बहुत जुल्म  कर रही थीl वे उनके साथ पशुओं के तरह व्यवहार करते थे l

प्रश्न-4.कविता के आधार पर पराधीन भारत की जेलों में दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन कीजिए।

उत्तर- उस समय अंग्रेजों द्वारा भारतीय कैदियों के साथ पशुओं की तरह व्यवहार किया जाता थाl उनके हाथों को लोहे की जंजीरों से बाँधकर कर रखा जाता थाl उनकी जेलों के कमरे बहुत छोटे होते थे और जिनमें हमेशा अँधेरा बना रहता था l कैदियों से काम अधिक लेते थे और खाने को कम देते थे l

प्रश्न-5. भाव स्पष्ट कीजिए।

(क) मृदुल वैभव की रखवाली-सीकोकिल बोलो तो!

उत्तर- (क) कोयल को मृदुल वैभव की रखवाली करने वाली कहा गया है । क्योंकि कोयल अपने कंठ से मीठी आवाज की रक्षा करती है । लेकिन जब कोयल जेल में वेदना पूर्ण आवाज़ में बोलती है तब कवि उससे उसकी वेदना का कारण पूछता है। और आगे वह कहता है तुम क्या कहना चाहती हो ?

प्रश्न-5. भाव स्पष्ट कीजिए।(कैदी और कोकिला )

(ख) हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जुआ

   खाली करता हूँ ब्रिटिश अकड़ का कुँआ।

उत्तर- (ख) कवि कहता है मैं कोल्हू का जुआ अपने पेट पर बाँधकर कुँए से पानी निकाल रहा हूँ। लेकिन  इससे वे दु:खी नहीं होते बल्कि अंग्रेज़ी सरकार की अकड़ को समाप्त कर देते हैं। अंग्रेज चाहते हैं कि कवि कोल्हू चलाने से मना कर दे और हम उस पर अत्याचार करें लेकिन कवि उन्हें अवसर ही नहीं देता है । और वे अंदर-ही अंदर जल-भुन जाते हैं । इस तरह अंग्रेज़ी सरकार कवि से पशुओं की तरह काम करवाती है ।

प्रश्न-6. अर्द्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को क्या अंदेशा होते है

उत्तर- अर्द्धरात्रि में कोयल के चीखने से कवि को अनेकों अंदेशे होते हैं-

1- कहीं कोयल पागल तो नहीं हो गयी है ।

2- शायद वह किसी कष्ट में है ।

3- जैसे वह कोई सन्देश लेकर आई है ।

4- शायद वह क्रांतिकारियों के कष्टों को देखकर चीख रही हो।

प्रश्न-7. कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है ?

उत्तर- कवि को कोयल से ईर्ष्या इसलिय हो रही है क्योंकि वह स्वतंत्र है और कवि जेल में कैद  है। वह खुले आसमान का आनंद ले रही है और कवि दस फुट की कोठरी में रहने को मजबूर है। कोयल के गान की सभी तारीफ करते हैं लेकिन कवि के लिए रोना भी गुनाह हो गया है।

प्रश्न-8. कवि के स्मृति-पटल पर कोयल के गीतों की कौन सी मधुर स्मृतियाँ अंकित हैंजिन्हें वह अब नष्ट करने पर तुली है ?

उत्तर- कवि के स्मृति-पटल पर कोयल के गीतों की कुछ मधुर स्मृतियाँ अंकित हैं। कोयल हरी डाली पर बैठकर अपनी मधुर  आवाज़ से पूरी प्रकृति को अलंकृत करती है,  उसके मधुर गीतों से उसकी खुशी दिखाई देती है, वह स्वतंत्रता पूर्वक अपना गीत गाती है परन्तु अब वह अपनी इन विशेषताओं को नष्ट करने पर तुली है। क्योंकि वह अंग्रेज सरकार द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों पर किए गए अत्याचारों से दुखी है ।

प्रश्न-9. हथकड़ियों को गहना क्यों कहा गया है ?

उत्तर- जब कवि स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेते हैं तब अंग्रेज सरकार उन्हें पकड़कर जेल में बंद कर देती है । और उनके हाथों में लोहे की हथकड़ियाँ डाल देती है । जो उनके लिए गौरव की बात है। इसलिए वे हथकड़ियों को गहना कहते हैं ।

प्रश्न-10. ‘काली तू …..ऐ आली!‘ – इन पंक्तियों में ‘काली‘ शब्द की आवृत्ति से उत्पन्न चमत्कार का विवेचन कीजिए।

उत्तर- इन पंक्तियों में कवि ने नौ बार काली शब्द का प्रयोग किया है। यहाँ पर काली शब्द के कई अर्थ हैं। कवि काली शब्द का बार– बार प्रयोग करके यह कहना चाहते हैं कि जेल के चारो ओर निराशा और अन्याय का वातावरण है। अंग्रेजों ने उन पर बहुत अत्याचार किये हैं। इसलिए उन्हें सबकुछ काला – काला (अंधकार) ही नजर आ रहा है।

प्रश्न-11. काव्य – सौंदर्य स्पष्ट कीजिए –

(क) किस दानावल की ज्वालाएँ हैं दीखीं ?

उत्तर- (क)

1- इस पंक्ति में उपमा, अनुप्रास मानवीयकरण  अलंकार है ।

2- इसमें कोयल की वेदना पूर्ण आवाज़ को सुनकर कवि उससे प्रश्न कर रहा है ।

3- इसमें सरल भाषा का प्रयोग किया गया है ।

प्रश्न-11. काव्य – सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-

(ख) तेरे गीत कहावें वाहरोना भी है मुझे गुनाह!

देख विषमता तेरी – मेरी बजा रही तिस पर रणभेरी!

उत्तर-(ख)

 1- इस पंक्ति में अनुप्रास अलंकार है।

2- कवि ने अपने तथा कोयल के जीवन की विषमताओं की ओर संकेत किया है।

3- कवि ने यहाँ तुकबंदी का प्रयोग किया है  ।

4- इसमें सरल भाषा का प्रयोग किया है।

            रचना  और अभिव्यक्ति(कैदी और कोकिला )

 प्रश्न-12. कवि जेल के आसपास अन्य पक्षियों का चहकना भी सुनता होगा लेकिन उसने कोकिला की ही बात क्यों की है ?

उत्तर- कोयल हमेशा दिन के समय बोलती है, रात के समय नहीं बोलती। जब कोयल रात के समय करुण स्वर में बोलती है तब वह वेदना कवि के मन को छू जाती है । कवि का मन द्रवित हो उठता है । कोयल की आवाज़ अन्य पक्षियों से अधिक मीठी भी है। इसलिए कवि ने कोकिला की ही बात की  है।

प्रश्न-13. आपके विचार से स्वतंत्रता सेनानियों और अपराधियों के साथ एक – सा व्यवहार क्यों किया जाता होगा ?

उत्तर- अँगरेज़ सरकार क्रांतकारियों की विरोधी थी। वह उनको दबाना चाहती थी। इसलिए अँगरेज़ सेनानियों के साथ अत्याचार और पशुओं की तरह  व्यवहार करती थी। वह उनका लगातार मनोबल तोड़ने का प्रयास करती रहती थी। तथा उनको चोरों और बटमारों के साथ रखती थी। इस तरह अँगरेज़ सरकार दोनों साथ के साथ एक जैसा व्यवहार करती थी।

 


आप हमेशा खुश रहें!

आज के लिए इतना ही, धन्यवाद !

                        डॉ.अजीत भारती

 

कैदी और कोकिला 

 

By hindi Bharti

Dr.Ajeet Bhartee M.A.hindi M.phile (hindi) P.hd.(hindi) CTET

error: Content is protected !!