साँवले सपनों की याद
साँवले सपनों की याद ?
पाठ-साँवले सपनों की याद-जाबिर हुसैन (kshitij class-9)
प्रश्न-अभ्यास
प्रश्न-1. किस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया ?
उत्तर-एक बार बचपन में सालिम अली की एयरगन से एक गौरैया चिड़िया घायल होकर गिर जाती है। यह घटना सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल देती है और वे उसकी देखभाल, सुरक्षा तथा खोजबीन में जुट जाते हैं| उसके बाद उनकी रूचि पूरे पक्षी-संसार की ओर मुड़ जाती है। जिसके कारण वे पक्षी-प्रेमी बन जाते हैं।
प्रश्न-2. सालिम अली ने पूर्व प्रधानमंत्री के सामने पर्यावरण से संबंधित किन संभावित खतरों का चित्र खींचा होगा कि जिससे उनकी आँखें नम हो गई थीं?
उत्तर-सालिम अली एक दिन केरल की ‘साइलेंट –वैली’ को रेगिस्तानी हवाओं से बचाने का अनुरोध लेकर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह से मिले थेl पर्यावरण के संभावित खतरों का जो चित्र सालिम अली ने उनके सामने रखा, उसने उनकी आँखें नम कर दी थी l
प्रश्न-3. लॉरेंस की पत्नी फ्रीडा ने ऐसा क्यों कहा होगा कि “मेरी छत पर बैठने वाली गोरैया लॉरेंस के बारे में ढेर सारी बातें जानती है?”
उत्तर-लॉरेंस गौरेया से बहुत प्रेम करते थेl वह अपना अधिकतर समय गौरेया के साथ बिताते थेl गौरेया भी लॉरेंस के व्यवहार से अच्छी तरह परिचित थीl इसलिए वह कहती है कि गौरेया लॉरेंस के बारे में ढेर सारी बातें बता सकती हैl
प्रश्न-4. आशय स्पष्ट कीजिए –
(क) वो लारेंस की तरह, नैसर्गिक जिंदगी का प्रतिरूप बन गए थे।
उत्तर-(क) डी.एच. लॉरेंस एक सीधे – सादे व्यक्ति थे l उनका प्रकृति से बहुत लगाव था l सालिम अली का व्यक्तित्व भी लॉरेंस की तरह ही सहज और सरल था। इन्होनें भी अपना पूरा जीवन प्रकृति को समर्पित कर दिया था l
प्रश्न-4. आशय स्पष्ट कीजिए –
(ख) कोई अपने जिस्म की हरारत और दिल की धड़कन देकर भी उसे लौटाना चाहे तो वह पक्षी अपने सपनों के गीत दोबारा कैसे गा सकेगा !
उत्तर–(ख)इसका आशय यह कि सालिम अली मर चुके हैंl उनके जैसा कोई दूसरा पक्षी प्रेमी भी नहीं हो सकताl अब कोई उनके शरीर में दिल की धड़कन और हलचल भी डाल दे, तो भी उन्हें जीवित नहीं कर सकता क्योंकि अब वह पक्षी हमेशा के लिए सो गया है l
प्रश्न-4. आशय स्पष्ट कीजिए –
(ग) सालिम अली प्रकृति की दुनिया में एक टापू बनने की बजाए अथाह सागर बनकर उभरे थे।
उत्तर-(ग)सालिम अली प्रकृति के खुले संसार में खोज करने के लिए निकले थे। उन्होंने स्वयं को कभी टापू की तरह सीमा में नहीं बाँधा थाl अर्थात् वे किसी विशेष एक स्थान या पशु-पक्षी तक सीमित नहीं रहेl उन्होंने विशाल सागर की भांति प्रकृति से जो भी अनुभव लिया उसे सजाकर रखा l अत: उनका कार्यक्षेत्र बहुत बड़ा था।
प्रश्न-5.इस पाठ के आधार पर लेखक की भाषा-शैली की चार विशेषताएँ बताइए।
उत्तर- इस पाठ के आधार पर लेखक की भाषा-शैली की विशेषताएँ इस प्रकार हैं—
1.लेखक ने इस पाठ में मिश्रित शब्दों वाली भाषा का प्रयोग किया है l
2.लेखक ने चित्रात्मक शैली का प्रयोग किया हैl
3.इन्होनें कहीं – कहीं पर जटिल वाक्यों का भी प्रयोग किया है l
4.लेखक ने रूपक और उपमा जैसे अलंकारों का भी प्रयोग किया है l
5.लेखक ने भाव के अनुसार वाक्यों का चयन किया है l
प्रश्न-6. इस पाठ में लेखक ने सालिम अली के व्यक्तित्व का जो चित्र खींचा है उसे अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर- सालिम अली वास्तव में एक प्रकृति प्रेमी थे l पक्षियों से उन्हें अधिक लगाव था l तभी तो लेखक कहते हैं कि “उन जैसा ‘बर्ड-वाचर‘ शायद कोई हुआ है।” वे आकाश में उड़ते पक्षियों को खोजने के लिए हमेशा अपने गले में दूरबीन डाले रहते थे और उनकी सुरक्षा के लिए उपाय करते रहते थे l उनका अधिक घूमने के कारण शरीर कमजोर हो गया था l स्वभाव से सरल इनसान थे l वे बाहर की चकाचौंध से दूर रहते थे l
प्रश्न-7.साँवले सपनों की याद शीर्षक की सार्थकता पर टिप्पणी कीजिये।
उत्तर-‘साँवले सपनों की याद’ शीर्षक थोडा अलग हैl यह शीर्षक पाठक के मन में एक जिज्ञासा पैदा करता हैl पाठक को ‘सपनों’ तो समझ में आ जाता है लेकिन ‘साँवले’? को जानने के लिए आतुर हो जाता हैl ‘साँवले सपने’ मनमोहक इच्छाओं के प्रतीक हैंl ये सपने पक्षी प्रेमी सालिम अली से संबंधित हैंl
इस पाठ में लेखक ने सालिम अली की याद में एक संस्मरण लिखा है l सालिम अली एक पक्षी प्रेमी हैं l जो अपने गले में हमेशा दूरबीन लटकाए रहते थे l और आँखों में साँवले सपने सजाए पक्षियों को खोजने और उनकी सुरक्षा में घूमते रहते थे l ये सपने हर किसी को नहीं आते हैं l सभी पक्षियों के प्रेम में इतना नहीं डूबते हैं l जब आज सालिम अली नहीं रहे तो लेखक उनके साँवले सपनों को याद करते हैं l इस प्रकार यह शीर्षक सार्थक और पाठ के अनुरूप है
रचना और अभिव्यक्ति (साँवले सपनों की याद)
प्रश्न-8. प्रस्तुत पाठ सालिम अली की पर्यावरण के प्रति चिंता को भी व्यक्त करता है। पर्यावरण को बचाने के लिए आप कैसे योगदान दे सकते हैं ?
उत्तर-पर्यावरचाने के लिए हम इस तरह से योगदान दे सकते हैं-
1.हम अधिक से अधिक पेड़ लगाएँगे |
2.पेड़ों को काटने से रोकेंगे |
3.पर्यावरण को हानि पहुँचाने वाली चीजों का प्रयोग कम से कम करेंगे |
4.नदियों और तालाबों में कचरा नहीं डालेंगे |
5.अपने आस-पास को साफ रखेंगे |
6.लोगो को पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्रेरित करेंगे |