वाच्य -का -अर्थ

वाच्य -का -अर्थ
वाच्य -का -अर्थ ? इसमें वाच्य से संबंधित सूची प्रदान की गई है | इसके आधार पर वाच्य को विस्तार से समझाया गया है | 

वाच्य का अर्थ-वाच्य कोई नया विषय नहीं है बल्कि यह क्रिया के आधार पर वाक्य के भेद ही  हैं, जिसे हम वाच्य कहते हैं |कुछ लोग वाच्य के दो भेद मानते हैं -1.कर्तृ वाच्य  2.अकर्तृ वाच्य  और  अकर्तृ वाच्य के अंतर्गत -कर्म वाच्य और भाव वाच्य को रखते हैं क्योंकि  इन दोनों वाच्यों में  कर्ता  की भूमिका  मुख्य नहीं होती है  | कुछ विद्वान  वाच्य के तीन भेद मानते हैं -कर्तृ वाच्य , कर्म वाच्य और भाव वाच्य  | चलो इन्हें विस्तार से समझें-            

(वाच्य और उसके प्रकार )


प्रश्न-1.वाच्य का अर्थ बताइए?

उत्तर- वाच्य का शाब्दिक अर्थ है- बोलने का विषय / कथन |


प्रश्न-2.वाच्य की परिभाषा लिखिए |

उत्तर- क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि उसके प्रयोग का आधार कर्ता, कर्म या भाव है, उसे वाच्य कहते हैं |

जैसे-1. विनायक पुस्तक पढता है |

  1. अनुराग  द्वारा पुस्तक पढ़ी जाती है
  2. दीपक  से पढ़ा नहीं जाता |वाच्य क्या है?

    नोट-वाच्य के अन्दर ये पता लगाया जाता है कि क्रिया का लिंग और वचन जिसके अनुसार बदलता है, उसमें वही वाच्य होता है ?


    CBSE Class 10 Hindi A व्याकरण वाच्य                          वाच्य किसे कहते हैं/ Vachy (Voice)वाच्य  की परिभाषा 


    प्रश्न-3.वाच्य के प्रकार बताइए |

    उत्तर- वाच्य के तीन भेद हैं-

    1-कर्तृवाच्य

          2-कर्मवाच्य 

          3-भाववाच्य


-:क्रिया का लिंग और वचन:-

⇒अगर कर्ता के अनुसार बदलता है तो कर्तृ   वाच्य होगा |

और कर्म के अनुसार बदलता है तो कर्म   वाच्य होगा |

⇒अगर भाव के अनुसार बदलता है तो भाव   वाच्य होगा


1-कर्तृ वाच्य 

परिभाषा- यदि वाक्य में क्रिया का लिंग और वचन कर्ता के अनुसार बदले, तो वहाँ कर्तृवाच्य होगा |

जैसे- लक्ष्मी फुटबॉल खेलती है |                                                                

  कर्तृ वाच्य को पहचानने के नियम

1-क्रिया का लिंग व वचन को पहचानना होगा |

2-कर्ता और कर्म का लिंग व वचन पहचानना होगा

3-कर्ता और कर्म को बदलकर देखलेंगें|


जैसे- 1. अनंत क्रिकेट खेलता है |

     कर्ता और क्रिया- एकवचन, पुल्लिंग |


2-हेमा क्रिकेट खेलती है |

  कर्ता और क्रिया- एकवचन, स्त्रीलिंग

स्पष्टीकरण- यहाँ पर कर्ता का लिंग बदलने से क्रिया का भी लिंग बदल गया है |


जैसे- 1. लड़के  क्रिकेट खेलते हैं |

    कर्ता और क्रिया- बहुवचन, पुल्लिंग |


जैसे- लड़कियाँ क्रिकेट खेलती हैं |

  कर्ता और क्रिया- बहुवचन, स्त्रीलिंग

स्पष्टीकरण-यहाँ पर कर्ता का वचन बदलने से क्रिया का भी वचन बदल गया है |

निष्कर्ष- अतः सभी में कर्तृ वाच्य है |


2.कर्म वाच्य

परिभाषा- यदि क्रिया का लिंग और वचन कर्म के अनुसार हो तो, वहन पर कर्मवाच्य होगा |

नोट- इसकी क्रिया हमेशा सकर्मक होती है |

जैसे- 1.मुस्कान के द्वारा किताब पढ़ी जाती है|

      2. मोहन के द्वारा किताब पढ़ी जाती है |

स्पष्टीकरण-  कर्ता बदलने से क्रिया का लिंग नहीं बदला | अगर हम कर्म बदलते हैं तो क्रिया बदल जाती है – जैसे-

1.मुस्कान द्वारा खिड़की बंद की जाती है |

2.मोहन द्वारा खिड़की बंद की जाती है |                                                                                   


  वाच्य -का -अर्थ


3.भाव वाच्य

परिभाषा- क्रिया का लिंग और वचन भाव के अनुसार होते हैं, तो वहाँ भाव वाच्य होता है |

नियम- 1.इन वाक्यों में क्रिया हमेशा एक वचन रहता है |

2.इसमें लिंग हमेशा पुल्लिंग होता है |

3.इसमें अधिकतर अन्य पुरुष के बारे में बात की जाती है |

4.इसमें अपवाद को छोड़ दें तो हमेशा अकर्मक क्रिया होती है |

जैसे- 1.दादी से चला नहीं जाता |

2.दादा से चला जाता है |

3.कृष्ण ने कंस को मारा |(अपवाद)


वाच्य समझने की ट्रिक

1.कर्तृ वाच्य- कर्ता विभक्ति रहित यदि हो तो   क्रिया का लिंग और वचन कर्ता अनुसार प्रभावित होगा |

1-कर्म वाच्य- कर्ता ने और विभक्ति रहित हो

2-भाव वाच्य- जब कर्ता और कर्म दोनों विभक्ति सहित हों |


वाच्य-टेस्ट पेपर

प्रश्न-1.तुम चुपचाप नहीं रह सकते-भाव वाच्य में बदलो।

उत्तर-तुमसे चुपचाप नहीं रहा जाता ।

प्रश्न-2.अमित पुस्तक पढ़ता है-कर्म वाच्य में बदलो ।

उत्तर-अमित द्वारा पुस्तक पढ़ी जाती है ।

प्रश्न-3.गरीबों का दुःख मुझसे देखा नहीं जाता-कर्तृवाच्य में बदलो ।

उत्तर-मैं गरीबों का दुःख देख नहीं सकता ।

प्रश्न-4. नीतू ने चिट्ठियाँ लिखी होंगी । (कर्मवाच्य में बदलो)

उत्तर-नीतू के द्वारा चिट्ठियाँ लिखी गई होंगी ।

प्रश्न 5.वह तीर अर्जुन के द्वारा चलाया गया होगा ।(जाता-कर्तृवाच्य में बदलो)

उत्तर-वह तीर अर्जुन ने चलाया था ।

प्रश्न-6.बच्ची नहीं पढ़ती ।(भाव वाच्य में बदलो)

उत्तर-बच्ची से पढ़ा नहीं जाता ।


 

(संदेश लेखन -https://hindibharti.in/wp-admin/post.php?post=1028&action=edit)

वाच्य का अर्थ || वाच्य के भेद || Vachya


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 आप हमेशा खुश रहें \ आज के लिए इतना ही है | धन्यवाद!

डॉ. अजीत भारती

By hindi Bharti

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