जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय
जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय ?
प्रश्न- ‘जयशंकर प्रसाद’ जी की काव्यगत विशेषताएँ निम्न बिन्दुओं पर लिखिए:
(i) दो रचनाएँ (ii) काव्यगत विशेषताएँ
उत्तर-जयशंकर प्रसाद का परिचय
- दो रचनाएँ- कामायनी, आँसू, झरना।
- काव्यगत विशेषताएँ-जयशंकर प्रसाद के काव्य की प्रमुख विशेषताएँ-
1-भावपक्ष-
(i)प्रकृति चित्रण- प्रसाद जी ने अपने काव्य में प्रकृति का जीवंत वर्णन किया है अर्थात् पेड़-पौधे, नदियाँ, झरने, पहाड़, समुद्र, वन, सूरज, चाँद और तारे आदि हमारी आँखों के सामने वास्तविक दिखाई देने लगते हैं।
(ii)छायावाद के जनक- हिंदी छायावाद का प्रवर्तक जयशंकर को कहा जाता है।
(iii)दार्शनिकता- प्रसाद कवि ही नहीं एक अच्छे दार्शनिक भी थे। उनकी रचनाओं में दर्शन भरा पड़ा है।
2-कलापक्ष-
(i)भाषा-प्रसाद जी की भाषा में साहित्यिक खड़ीबोली है। भाषा में ओज, मधुर एवं प्रसाद गुण दिखाई देते हैं।
(ii)अलंकार- उनके काव्य में अनुप्रास, उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, मानवीयकरण आदि अलंकारों प्रयोग विशेष प्रयोग हुआ है।
(iii)रस का प्रयोग- उनके काव्य में श्रृंगार, करुण, शांत, भयानक आदि रस अधिक दिखाई देते हैं।
- साहित्य में स्थान- जयशंकर प्रसाद छायावाद के प्रमुख कवि हैं। उनकी कविताओं का हिंदी साहित्य में एक प्रमुख स्थान है। वे कवि, कहानीकार, उपन्यासकार तथा नाटककार के रूप में हमेशा जाने जाएँगे।
आचार्य- डॉ. अजीत भारती