utsah previous paper 2010-20

utsah previous paper 2010-20

utsah previous paper 2010-20? कविता उत्साह से संबंधित सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2010-2020 में पूछे गए प्रशन और उनके उत्तर । 


पेपर-2010 से 2020 तक

पाठ-उत्साह-सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’

CBSE बोर्ड परीक्षा में 2010 से 2020 तक ‘पाठ-उत्साह-सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’ से पूछे गए प्रश्न और उनके उत्तर-


 

CBSE 2010

प्रश्न-1. ‘उत्साह’ कविता में बादल किसका प्रतीक है?

उत्तर- ‘उत्साह’ कविता में बादल चेतना, जागृति और क्रांति का प्रतीक है। कवि बादलों से गरजने के लिए इस लिए कहता है क्योंकि गरजना से लोगो में उत्साह और क्रांति का संचार होता है। जो बादलों के बरसने से संभव नहीं है। वह समाज में बदलाव लाना चाहता है। लोगों में नया जोश और क्रांति लाकर उन्हें जागृति होने के लिए प्रेरित करता है। इसलिए बादलों का गरजना आवश्यक है।


 

2011

प्रश्न-2. कविता का शीर्षक ‘उत्साह’ क्यों रखा है ?

उत्तर- कवि ने कविता का शीर्षक ‘उत्साह’ इसलिए रखा है क्योंकि यह एक आव्हान गीत है। आव्हान गीत उत्साह का प्रतीक है। जहाँ एक ओर बादलों की गरजना लोगों में उत्साह और क्रांति का संचार करती है। वहीं दूसरी ओर व्याकुल, गर्मी से परेशान और प्यासे लोगों की इच्छा को पूरा करते हैं। कवि इस कविता के द्वारा लोगों में नई क्रांति और उत्साह का संचार करना चाहता है।


utsah previous paper 2010-20 ?


2012

प्रश्न-3. ‘उत्साह’ कविता में बादल किन-किन अर्थों की ओर संकेत करते हैं?

उत्तर- ‘उत्साह’ कविता में बादल निम्न अर्थों की ओर संकेत करते हैं-

(i) बादल जोश, उत्साह और क्रांति का प्रतीक है।

(ii) बादलों को काले-घुँघराले बालों वाला बताया गया है।

(iii) बादलों को बच्चों की कल्पनाओं की तरह बताया गया है।

(iv) उन्हें एक नए कवि के समान बताया गया है।

(v) बादलों को संसार को नया जीवन देने वाला कहा गया है।

प्रश्न-4. ‘उत्साह’ कविता में कौन विकल और उन्मन थे और क्यों?

उत्तर- ‘उत्साह’ कविता में विश्व के सभी लोग विकल और उन्मन थे। क्योंकि गरमी के कारण धरतीवासी परेशान, बेचैन और व्याकुल थे। बारिस न होने के कारण पूरी पृथ्वी तप रही थी। लोगो का जीना कठिन हो रहा था।


utsah previous paper 2010-20


2013

प्रश्न-5. कवि निराला बादल से बरसने के स्थान पर गरजने के लिए क्यों कहते हैं?

उत्तर- बादल का बरसना शांत का प्रतीक है और गरजना क्रांति का प्रतीक है। कवि लोगों में गरजना के माध्यम से जोश, पौरुष और उत्साह भरना चाहता है। वे गरजना से क्रांति और उत्साह का सन्देश सभी तक भेजना चाहते हैं। इसलिए वह बादलों से बरसने के स्थान पर गरजने के लिए कहता है।


2014

प्रश्न-6. ‘उत्साह’ कविता में ‘नव जीवन वाले’ किसको कहा गया है और क्यों ?

उत्तर- ‘उत्साह’ कविता में ‘नव जीवन वाले’ बादलों को कहा गया है। क्योंकि जब सभी लोग गरमी से बेचैन और व्याकुल थे, तब बादल किसी अनंत दिशा से आकर बरसते हैं। बादल बरसकर लोगों को गरमी से राहत दिलाते हैं। अर्थात् वे सभी के जीवन में आनंद का संचार करते हैं। जीवन प्रसन्नता से भर जाता है। इसलिए कवि बादलों को नवजीवन वाले कहते हैं।


https://hindibharti.in/wp-admin/post.php?post=1583&action=edit


2015

प्रश्न-7. ‘उत्साह’ कविता किस प्रकार की रचना है ?

उत्तर- ‘उत्साह’ कविता एक प्रकार का ‘आव्हान गीत’ है। कवि बादलों को आव्हान करता है कि आप गरजकर जन समुदाय में क्रांति और उत्साह का संचार करें। आप लोगों को गरमी के तप से मुक्त करके उनमें नया जीवन भर दें। उन्हें शीतलता प्रदान कर उनके कष्टों को दूर करें


 

2016, 17, 18

प्रश्न-8. इन तीन वर्षों में ‘उत्साह’ कविता से कोई प्रश्न नहीं पूछे गए


2019

प्रश्न-11. ‘उत्साह’ कविता में कवि बादल को गरजने के लिए क्यों कहता है? बादल से कवि की अन्य अपेक्षाएँ क्या हैं?

उत्तर- ‘उत्साह’ कविता में कवि बादल को गरजने के लिए इसलिए कहता है क्योंकि वह लोगों में उत्साह और क्रांति लाना चाहता है। उससे कवि अपेक्षा करता है कि गरमी से व्याकुल, पीड़ित और वेचैन लोगों को छुटकारा दिलाए।


utsah previous paper 2010-20


2020

प्रश्न-12. ‘उत्साह’ कविता में कवि ने बादल के किन रूपों की चर्चा की है? स्पष्ट करके लिखिए।

उत्तर- ‘उत्साह’ कविता में कवि ने बादल के निम्न रूपों की चर्चा की है-

(i) बादल क्रांति, जोश और उत्साह का प्रतीक है। इसके माध्यम से कवि लोगों को प्रेरित करता है।

(ii) बादल नवजीवन और शक्ति का प्रतीक है। कवि इन प्रतीकों से जनसमुदाय को नया जीवन देकर उनको शक्तिशाली बनाना चाहता है।

(iii) बादल बच्चों की कल्पना के समान है, जो बदलते रहते हैं। समाज में भी कवि परिवर्तन चाहता है।

प्रश्न-13. ‘उत्साह’ कविता में कवि का कोमल हृदय और क्रांतिकारी रूप दोनों दिखते हैं, यह कैसे कहा जा सकता है?

उत्तर- ‘उत्साह’ कविता में कवि के दोनों रूप इस प्रकार हैं-

(i) कवि का कोमल हृदय- वे बादलों को बालकों के सरल मन और पल-पल में बदलती कल्पनाओं के समान बताते हैं। निरालाजी बादलों को एक नए कवि की संज्ञा देते हैं।

(ii) कवि का क्रांतिकारी रूप- वे उत्साह  से बदलाव का आव्हान करते हैं। नव निर्माण की कामना करते हैं। नए विचारों के साथ आगे बढ़ने की बात करते हैं।

प्रश्न-14. ‘उत्साह’ कविता का शीर्षक सार्थक है- सहमति में तर्क लिखिए।

उत्तर- इस कविता में हलचल, विप्लव (विनाश) और क्रांति चेतना द्वारा समाज को प्रेरित किया जा रहा है। नवीन कल्पना और नया जीवन लाने के लिए उत्साहित किया गया है। बादलों को उत्साह के लिए आव्हान किया जा रहा है। इस दृष्टि से कविता का शीर्षक सार्थक है।


utsah previous paper 2010-20

 

धन्यवाद!

डॉ. अजीत भारती

By hindi Bharti

Dr.Ajeet Bhartee M.A.hindi M.phile (hindi) P.hd.(hindi) CTET

error: Content is protected !!